शुक्रवार, 10 अक्तूबर 2008

मनोरोगी और हम लोग.

मनोरोगियों की जो तस्वीर हमारी बम्बैया फिल्मो ने प्रसतुत की है वेह वास्तिवकता से कोसों दूर है। मनोरोगी हर मायने मैं सामान्य दीखता है हमारे और आप जैसा ही होता है । बशर्ते उसे आवश्यक तब्बजो और दवा दारू मिलती रहे .उसके सींग नहीं होते । मनोरोग हमारे दिमाग की जैव रासयिनिकी मैं असंतुलन का नतीजा होते हैं । साड़ी करामात इन्ही न्यूरो ट्रांसमीटरों की करामात है । दवाएं इनकी कमी बेशी को दुरुस्त कर देती हैं बशर्ते किसी मनोरोग्विद के पास जाया जाए । हम लोग साइकेट्रिस्ट के ऊपर ओझा मौलवियों को तरजीह देते हैं । बाला जी या देब बंद का रूख करते हैं । पढ़े हुए पानी या मंत्रा मैं ज्यादा यकीन करते हैं नतीजतन मनोरोगी हमारे अंध विश्वासों का शिकार होकर रुल जाता है । सयानी लड़कियों के मामले मैं तो नाते रिश्तेदार उसे जल्दी से जल्दी ब्याह देने की सलाह देते हैं इस आश्वासन के साथ की शादी के बाद सब ठीक हो जाएगा ।
अन्या रोगों की तरेह ही होते हैं मनोविकार साइकेट्रिक दिसोर्देर्स । इनका कामयाब प्रबंधन मुमकिन है जरूरत सिर्फ़ मेरे और आपके najriye मैं badlaav की है। yun glucoma कई prakaar के cancer यहाँ तक की budhaape का rog alzaaimers आदि का भी केवल प्रबंधन ही सम्भव है pukhtaa ilaaj नहीं । जिस dipression यानि avsaad को हम aai गई बात samjhte हैं उसे अब नए vargikaran (D S M 4)के tehet एक अलग rog का darzaa haasil है । अन्या manorogon का sangi साथी तो vo है ही । chikitsaa के abhaav मैं मनोरोगी अपने और समाज के साथ taalmel नहीं baithaa paata । maslan sheejophriniyaa यानि duchitta pan rog मैं मनोरोगी तरेह तरेह के delusion ,bhraant dhaarnao ,hallucinations (drishya shravya tathaa ghraan sambandhi )का शिकार होकर behad laachaar हो जाता है ऐसा एक jaivrasaayan dopamine के aadikya के कारण होता है । bipolarillness के लक्षण भी इसी के kareeb होते हैं
albatta रोगी maniac phase मैं jyadaa tathaa depressiv phase मैं कभी kabhaar ही होता है । मनोरोग्विद के पास anti depresent , dopaminesuppressors , antipsychotic ,anti neuroleptic,musslerelexent आदि तरेह तरेह की dayaaen होती है जो rog निदान के mutaabik दी जाती हैं .यदि dhaarmik nishthaa के साथ इन dawaaon का anudeshon के anooroop sewan किया जाए टू व्यक्ति utna ही rachnaatmak bana reh saktaa है jitnaa मैं और आप.