बुधवार, 5 नवंबर 2008

प्रज्ञा सिंह ठाकुर को साध्वी क्यों कहा जाए ?

कबीर से लेकर प्रज्ञा पूर्ण समन्वितसिंह ठाकुर तक एक संत परम्परा रही है जिसने जब भी भारत राष्ट्र पर संकट आया है तो उसका प्रतिकार किया हैक्या इस प्रतिकार को आतंकवाद कहा जा सकता है ? शिव सेना और RSS इसी प्रतिकार में पीछे पीछे रहे हैं प्रज्ञा सिंह ठाकुर के

इधर भारत्धर्मी लोगों की गत चार वर्षों से एक एक करके निशाने पर लिया जाता रहा हैजयेंद्र सरस्वती से शुरू हुआ था यह सिलसिला फिर क्रिपालुचार्य, आसा राम बापू और अब प्रज्ञा सिंह ठाकुर हिट लिस्ट में हैं उन महा नपुंसक लोगों की जो महज़ रिमोट बटन दबाते ही बोलते हैंयह तमाम निर्वीर्य लोग एक राष्ट्रीय धुंद संसदीय चुनाव tak यूँही बनाये रहेंगेहिंदुत्व की अक्शुन्य धारा इनके बहकावे में आने वाली नही हैसंत कूका की परम्परा से नावाकिफ TRP पिपासु चॅनल किस बहकावे में यह सवाल पूछ रहे हैं : प्रज्ञा सिंह ठाकुर को साध्वी कहा जाए या नही ऐसे तमाम सवाल आग्रहमूलक और नकारात्मक होते हैं.

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