गुरुवार, 20 अगस्त 2009

टोन-डेफ्नेस (अमुसिया )क्या है ?

कुछ लोग सांगीतिक ध्वनियों में अन्तर नहीं कर पातें है ,इसी स्तिथि को टोन -डेफ्नेस या अमुजिया कहतें हैं ।
आपने देखा होगा जब आपकिसी पसंदीदा गाने की -तालमें मस्त होकर रेडिओके संग संग गाने लागतें हैं ,तब कई लोग अपने कानों को हाथों का कप बनाकर धक् लेतें हैं ।
क्या आपने किसी वृन्द -गान के निदेशक को गायकों की मण्डली में से किसी एक को यह हिदायत देते सुना देखा है -होठों की गति ,लिप -मोवमेंट के साथ संगीत की ले तालके साथ गाते दिखिये ।
कुछ्लोगों के दिमागी सर्किट में वायरिंग की गड़बड़ हो सकती है ।
ये लोग सुनते तो सामान्य है ,श्रवण शक्ति ठीकठाक होतीहै ,सम्भासन भी ठीक कर लेतें हैं ,लेकिन स्वर के आरोह -अवरोह ,पिच (फ्रीकूएंसी )का अनुकरण नहीं कर सकते ।
परिवारों में चलनेवाला श्रवण रोग है ,टोन -डेफ्नेस ।
एक अनुमान के अनुसार ४-१७ फीसद लोग इस श्रवण नुख्श की चपेट में हैं .बोस्टन में एक सीमित अध्धय्यन के तहत सामान्य औ टोन-डेफ्नेस से ग्रस्त लोगों के ब्रेन -स्केन में फर्क देखा गया ।
अमुजिया से ग्रस्त लोगों के दिमाग के उस , हिस्से में जिसका सम्बन्ध आवाज़ सुनने ग्रहण करने और बोलने ध्वनी पैदाकरने से है ,कमतर कनेक्शन हैं (सर्किट हैं ).यह वैसे ही है जैसे दो द्वीपों के बीचहाई - वे का होना ।
हो सकता है इस असामान्यता की वजह एक ऐसा नूरोलोजिकल -सिन्द्रोम्र ,रहा हो ,जिसका पहले पता न चला हो .शिनाख्त न होसकी हो .इस सिन्द्रोम्में जो एक प्रकार का स्पीच और लेंग्वेज दिस -ऑर्डर ही है ,परसेप्शन (श्रवण ,आवाज़ का सुनाई देना )से सम्बन्धी (पर्सेप्चुअल )और अंग -संचालन से सम्बन्धी मोटर रीजन ख़राब रहता है ,इम्पैर्द रहता है .दोनों के बीच साफ़ सुंदर वायरिंग नहीं होती है ।
मेडिकल सेंटर और हारवर्ड मेडिकल स्कूल के विज्ञानी इसकी पुष्टि करतें हैं ।
इस निष्कर्ष पर पहुँचने केलिए "दिफ्युसन टेन्सर (मेग्नेटिक रेजोनेंस आधारित इमेजिंग तकनीक )का स्तेमाल्किया गया ।
राईट टेम्पोरल एंड फ्रन्टल लोबस के बीच कनेक्शंस की जांच पड़ताल की गई .(यानि सीधा कण -पाती का शंख औ आगे वाले शंखों के बीच ताल मेल की शिनाख्त की गई ।)
यह एक प्रकार का नूरल -हाई -वे है (नूरानों ,दिमाग की एक्कोशिका को नूरां कहतें हैं .)जिसे आर्कुएत फेस्सिकुलास कहतें हैं .इसका सम्बन्ध संगीत औ संभाषण सुनने से है .,बोलने आवाज़ पैदाकरने से स्वर लहरी के संग संग चलने से है ।
श्रवण जांच के दौरान ब्रेन -इमेजिज़ देखने पर २० में से आधे लोग टोन डेफ पाये गए .इनमे आर्कुएत फेस्सिकुलास का वोलुऊम (आयतन )भीकम पाया गया .इसमें तंतु भी कमतर थे .

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