बुधवार, 12 अगस्त 2009

बच्चों के लियें तेमिफ्लू कितनी ज़रूरी ?

कितनी निरापद है १ -१२ ,साला बच्चों के लिए ,तेमिफ्लू ?ओसेल्तेमाविर या फ़िर रेलेंज़ा ?ऑक्सफोर्ड विश्वविद्द्यालय के शोध कर ताओं की माने तो पाँच फीसद बच्चों में इस के सेवन से उलटी ,निर-जलिकरण (डी-हाई डरेशन ) जैसी शिकायतें अन्य दुस्प्रभाव के साथ सामने आ सकतीं हैं ।

एक ब्रितानी मेडिकल जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक भले ही इसके इस्तेमाल से मौसमी इन्फ़्लुएन्ज़ा की गिरिफ्त में बने रहने की अवधि थोडी कम हो जाती है ,घर के दूसरे लोग भी इसके संक्रमण से बच जातें हैं ,लेकिन दमा के हमले इससे कम तर नहीं होतें ,एस्मा फ्लैर जारी रहतें हैं .घटते नहीं हैं ।

रेलेंज़ा के भी फायदे से ज्यादा नुक्सानात (दुष्प्रभाव )बच्चों के मामलें में सामने आयें हैं .दुस्स्वप्न और मितली की शिकायतें भी कुछ बच्चों ने बतलाई हैं .अलबत्ता ६५ साला बुजुर्गों और पाच साल से छोटे बच्चों के लियें डॉक्टर गुलेरिया इस दवा को ज़रूरी बतलातें हैं .ख़ास कर उनके लियें जिन्हें गुर्दा ,श्वसन सम्बन्धी या फ़िर दिल की बीमारियों की पुरानी चली आई शिकायतें हैं .जो हो बच्चों के मामलें में सावधानी बरतिए ,आप अपनी ना चलायें .