शनिवार, 3 अक्तूबर 2009

शिशुओं में जन्मजात हृदय रोग -माताएं भी जिम्मेवार ....

अमरीकी जर्नल आफ ओब्स्तेत्रिक्स एंड गायनेकोलाजी मेप्रकाषित एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन शिशुओं की माताएं गर्भ धारण के वक्त ओवरवेट या फ़िर मोटापे से ग्रस्त होतीं हैं उनके जन्मजात हृद्रोगों की चपेट में आजाने की संभावना ज्यादाराहती है .अध्धय्यन अमरीकी सरकार की तरफ़ से सेंटर्स फॉर दिजीजिज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के सौजंन्य से संपन्न किया गया है ।
पता चला ,जो महिलायें गर्भ धारण (कन्सेप्शन )के वक्त ओवरवेट (आदर्श भार कदकाठी के अनुरूप से जिनका वजन १२० फीसद ज्यादा होताहै )होती हैं उनके नवजातों के हृद्रोगों की चपेट में आने की संभावना १८ फीसद ज्यादा जबकि जो कन्सेप्शन के वक्त ओबेसिटी से ग्रस्त होती हैं उनके नवजात शिशुओं में जन्मजात हृद -रोगों की संभावना ३० फीसद ज्यादा बनी रहती है ।
ऐसे नवजात हृदय के दाहिने भाग की ओरओब्स्त्रकतिव डिफेक्ट (अवरोध सम्बन्धी दोष ) तथा हृदय के उपरी दोनों कक्षों को अलग करने वाले ऊतकों में खराबी से ग्रस्त दोष के साथ ही पैदा हो सकतें हैं .नतीजे स्त्री रोग एवं प्रसूति रोग विज्ञान प्रपत्र (जर्नल )में प्रकाशित हुए हैं ।
सन्दर्भ सामिग्री :हार्ट दिफेक्ट्स इन इन्फेन्ट्स लिंक्ड तू ओवरवेट मोम्स (टाईम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर ३ ,२००९ ,पृष्ठ २१ )
प्रस्तुति :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )

कोई टिप्पणी नहीं: