गुरुवार, 5 नवंबर 2009

बूँद -बूँद सो भरे सरोवर ...

विश्व -बेंक द्वारा संपन्न एक हालिया अध्धय्यन से पता चला है ,नॉन रेवेन्यु वाटर (टोंटी से रिसने वाला पानी जो कभी उपभोक्ता तक नहीं पहुँच पाता) युतिलितीज़ कास्ट में सालाना १४ अरब डॉलर बैठता है -ख़राब रख रखाव और पाइपों से होने वाला रिसाव दुनिया भर में इस नुकसानी की वजह बना हुआ है ।
इसी के मद्दे नज़र तेल अवीव के एक छोटे सेबाहरी उपनगर के ऊपर पहली मर्तबा एक चालकरहित ड्रोन वायुयान का स्तेमाल इस नुकसानी का जायजा लेने के लिए किया जा रहा है वाटर मीटर्स की निगरानी रखेगा यह वायुयान जिसका मोनितरण एक टेक -नीशियन अपने लेपटोप मोनितार्स से करेगा ।।
शहर के तमाम लीकी तोइलिट्स और सेंकडों गेजिज़ पर नज़र रखेगा यहअकेला टेक -नीशियन ।
इस्राइली जल निगमों के लिए यह एक महत्वकांक्षी योजना है .जो जल रिसाव से होने वाली अरबों डॉलर्स की नुकसानी से बचायेगी ।
बढ़ता हुआ शहरीकरण तदानुरूप जन संख्या बढोतरी जल स्रोतों पर दवाब बढाए है .इस्राइल इस प्रोद्योगिकी का निर्यात कर सकेगा ।
सन्दर्भ सामिग्री :-एवरी ड्राप काउंट्स :युसिंग द्रोंस तू प्लग ऐ लीकी तोइलित (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,नवम्बर ५ ,२००९ ,पृष्ठ १५ ।)
प्रस्तुति :-वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई )

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