शुक्रवार, 15 जनवरी 2010

विकाश कर रहा है ,इवोल्व हो रहा है "वाई -गुणसूत्र "

मर्द एक "एक्स -वाई गुणसूत्र "शख्सियत है तो औरत "एक्स -एक्स गुणसूत्र धारी ".ज़ाहिर है औरत वाई -गुणसूत्र (वाई -क्रोमोजोम )की स्वामिनी नहीं है ।

बच्चे का सेक्स (लड़का या लड़की होना )मर्द के हाथों में है ना की महिलाओं के .बेशक महिलायें परस्पर दुरभि -संधि कर ,क्लोनिं ग के ज़रिये सिर्फ लडकियां ही आइन्दा पैदा करने का बीड़ा उठा सकतीं हैं .दीगर बात है यह ।

यहाँ मुद्दा दूसरा है .वाई -क्रोमोजोम के बारे में अब तक की सबसे बड़ी खबर है ,जो इस प्रकार है ।

शोध कर्मियों ने मर्द और चिम -पान्ज़ी के गुण सूत्र का विस्तृत और खंड खंड अध्धय्यन करने के बाद पता लगा या है ,हर टुकडा (संभाग ,सेक्शन )दोनों का एक दम से जुदा है .मर्द के क्रोमोज़ोम्स पर जो जींस (जीवन खंड ,जीवन इकाइयां )डेरा डाले हुए हैं ,वह चिम -पान्ज़ी के गुणसूत्रों पर बिलकुल नहीं हैं ।

यदयपि आदमी और चिम्प्स के सभी गुणसूत्रों का नक्शा तैयार कर लिया गया है ,लेकिन विस्तृत अध्धय्यन और मिलान चिम्प और मर्द के सिर्फ वाई और क्रोमोजोम नंबर २१ का ही आदिनांक किया जा सका है ।

तो भी एक बात जो एक दम से साफ़ है वह यह है ,वाई क्रोमोजोम (मर्द का )बला की तेज़ी से विकास मान है इवोल्व कर रहा है .जबकि दोनों के मर्द और चिम्प के वाई -गुणसूत्र में तीस फीसद का अंतर है ,बाकी गुणसूत्रों में यह फर्क मात्र २ फीसद पाया गया है ।

अब तक वाई क्रोमोजोम मर्द का जेनेटिक्स का "रोडनी देंजर्फील्ड "समझा गया था .कहा गया था ,बाकी गुणसूत्रों के बरक्स वाई पर विराजमान जीवन खण्डों (जींस )की संख्या भी सबसे कम है ,बरक्स दुसरे गुणसूत्रों पर बैठे जींस के ।
कहा गया यह भी था :आने वाले पचास हज़ार सालों में वाई -क्रोमोजोम का नामो निशाँ भी मिट जाएगा .ऐसे तमाम लोगों की नज़र एक शैर :अपना हाथी दांत का सपना लेकर अपने पास ही बैठो ,दल दल में जो फंसा हुआ था ,अब वो हाथी ,निकल गया है .

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