सोमवार, 22 फ़रवरी 2010

आइन्स्तीनियम क्या है ?

भौतिक विज्ञानी और हमारे साइंस दान एहसान फरामोश कभी नहीं रहें हैं .अक्सर विज्ञान जगत ने अपने पूर्व वर्तियों के काम को ना सिर्फ आगे बढाया है उनकी याद उनके योगदान को अमिट भी बना दिया है ,भौतिक इकाइयों (यूनिट्स ऑफ़ फिजिकल क्वान्तितिस ) को ही नहीं कई तत्वों का नामकरण भी नाम चीन विज्ञानियों के नाम पर किया गया है .आइन्स्तीनियम उसी की एक कड़ी मात्र है ,जो एक उत्तर -युरेनियम तत्व है तथा कुदरती तौर पर प्रकृति में नहीं पाया जाता है ।आइन्स्टाइन महोदय को समर्पित है यह तत्व जिन्हें प्रकाश
विद्युत् प्रभाव के लिए १९०५ में नोबेल प्राइज़ से नवाज़ा गया . आइन्स्तीनियम के केंद्र में (नाभिक या न्यूक्लियस /कोर )कुल मिलाकर ९९ प्रोतोंस हैं .इसके नाभिक के बाहर इतने ही इलेक्त्रोंन केंद्र से अलग अलग दूरियों पर केंद्र की परिक्रमा करतें हैं .इलेक्त्रोंन या फिर प्रोटोन की संख्या को ही किसी तत्व का (कुदरती या बम्बार्ड मेंट करके तैयार किया गया ) एटोमिक नंबर (परमाणु क्रमांक ,परमाणु तालिका में सीट नंबर कहा जाता है )कहा जाता है .मेंदेलीव ने यह तालिका तैयार की थी ,जिसमे आइन्दा मिलने वाले तैयार किये जाने वाले तत्वों का भी ज़िक्र था ।
आइन्स्तीनियम अलबर्ट आइन्स्टाइन की याद में दिया गया नामित एक कृत्रिम तत्व है .युरेनियम के बाद इसका तत्व तालिका में सातवाँ स्थान है .तालिका में यह ९९ वां तत्व है ,जिसकी शिनाख्त १९५२ में अलबर्ट घिओर्सो ने अपने सहकर्मियों के संग की है .यूनिवर्सिटी ऑफ़ केलिफोर्निया बर्कली में हाइड्रोजन बम्ब के परिक्षण के बाद निकले कचरे की जांच में यह तत्व मिला है अल्पांश में .यह परीक्षण भी १९५२ में ही किया गया था जिसकी देब्रीज़ की विस्तृत जांच की गई थी ।
आपको बत्लादें "क्युरी "मेडम और पियरे क्युरी दम्पति की याद में रेदिओएक्तिविति को दी गई एक यूनिट का नाम है .इसी प्रकार "रदरफोर्ड "भी एक और यूनिट है रेडियो धर्मिता की ,रदरफोर्ड साहिब के नाम पर .कूलाम चार्ज की तथा एम्पियर करेंट (विद्युत् आवेश )को दी गई इकाइयों का नाम है ।
इसी प्रकार "न्यूटन "आइज़क न्यूटन साहिब के नाम पर फ़ोर्स की इकाई है ."मेक्सवेल "मेग्नेटिक फ्लक्स की यूनिट का नाम है ."हर्ट्ज़ "(हेनरिख हर्ट्ज़ की याद में )फ़्रीक्युएन्सि को दी गई यूनिट का नाम है .एक साइकिल प्रति सेकिंड को एक हर्ट्ज़ कहा जाता है ।" बोसोंस "भारतीय विज्ञानी जगदीश चंद बासु की याद में दिया गया नाम है द्रव्य की कणिकाओं को .एक पूरी स्टेटिस्टिक्स का नाम है "बोस -आइन्स्टाइन स्टेटिस्टिक्स ".गिनती यहीं ख़त्म नहीं होती सिर्फ बानगियाँ पेश की गईं हैं यहाँ .वेबर और टेस्ला मेग्नेटिक फील्ड की इकाइयां हैं नाम चीन विज्ञानियों के नाम पर .

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