शनिवार, 13 फ़रवरी 2010

कैंसर से बचाव के लिए अच्छी खबर है ...

साइंस दानों ने पता लगाया है ,केबर्नेट सौविग्नों (काले अंगूर की एक किस्म जिससे रेड वाइन तैयार की जाती है )तरहा चोकलित(चोकलेट )असरकारी दवा हैं कैंसर के सफाए के लिए ।

रेड ग्रेप्स ,डार्क चोकलेट्स (चोकलेट्स जो बिना दूध के तथा कम चीनी से तैयार की जाती है ,कम मीठी होती है ),ब्ल्यू बेरीज (सहतूत और जामुन )लहसुन (गार्लिक )सोय तथा खासकर काली चाय कैंसर को दूर भगाने मुल्तवी रखने का उपाय समझा जाता रहा है ।

एन्जियोजिनेसिस फ़ौंडेशन के मुखिया इन दिनों खाद्य पदार्थों को उनके कैंसर -रोधी गुणों के आधार पर मूल्यांकित (रेटिंग )कर रहें हैं .उन्हीं के शब्दों में :वाट वी ईट इज आवर कीमोथिय्रिपी थ्री टाइम्स ए दे ।

यानी हम तीन मर्तबा जो कुछ भी खाएं वह हामारी कैंसर मेसाच्युसेट्स आधारित (अन्गिओगेनेसिस फ़ौन्दतिओन )ऐसे .

mesaachyusets aadhaarit angiogenesis foundation aise खाद्य पदार्थों की पहचान कर रही है जो ट्यूमर तक रक्त आपूर्ति को निलंबित रखतें हैं और इस प्रकार कैंसर के खात्मे की वजह बनते हैं ।एक चिकित्सा क्रान्ति चुपके चुपके संपन्न हो रही है हमारे गिर्द ।

एंटी -एन्जियोजिनेसिस रन -नीति के तहत ऐसी तकरीबन एक दर्ज़न दवाएं प्रचलन में हैं जो ट्यूमर तक रक्त आपूर्ति (ब्लड -सप्लाई )को मुल्तवी रखतीं हैं .यही काम अब खाद्य सामिग्री से लेने की तैयारी है .ऐसे खाद्य वसा को भी ख़त्म करके दम लेंगे जिसका बनना रक्त प्रवाह पर ही तो निर्भर करता है .

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