शनिवार, 27 मार्च 2010

मुख मैथुन (ओरल सेक्स )के खामियाजे ...

हेड और नेक कैंसर का सम्बन्ध इन दिनों एक ऐसे विषाणु (वायरस )से जोड़ा जा रहा है जो मुख मैथुन(ओरल सेक्स ) के ज़रिये फैलता है .एक अध्धययन से पता चला है ,ओरोफेरिन्ज़ियल कार्सिनोमा का जोखिम उन लोगों में बढ़ जाता है ,जो ता उम्र ६ या और भी ज्यादा लोगों से यौन सम्बन्ध बनाए रहतें हैं ,और चार से लेकर ६ लोगों से मुख मैथुन (ओरल इंटरकोर्स )भी करते रहतें हैं .मर्दों में इस की वजह फस्ट सेक्स्युअल सम्बन्ध बनाते वक्त कम उम्र का होना भी बतलाया जा रहा है ।

ओरोफेरिन्क्स ग्रसनी (उदर में भोजन जल आदि ले जाने वाली नली ) के केन्द्रीय भाग को कहा जाता है जो सोफ्ट पालित ( कोमल तालू )और एपिग्लोतिस के मध्य आता है ।

गत दिनों एक और हेड और नेक कैंसर के मामले कम ज़रूर हुए हैं लेकिन एक ख़ास कैंसर "ओरो फेरिन्ज़ियल स्कुएमस सेल कार्सिनोमा" के मामले लगातार बढ़ रहें हैं .विकसित देशों का हाल ज्यदा खराब है ।

कारण बन रहा है "ह्यूमेन पेपिलोमा वायरस" से पनपने वाला कैंसर .साइंस दानों ने यह तमाम जानकारी "ब्रिटिश मेडिकल जर्नल को मुहैया करवाई है ।

सर्वाइकल कैंसर के लिए यही विषाणु जिम्मेवार है जो दुनिया भर के लिए सिर दर्द बना हुआ है .हालाकि इसकी काट के लिए टीके हैं -सर्वेरिक्स और गार्दासिल .कई देशों ने सेक्स्युअली एक्टिव किशोरियों को इस सेक्स्युअली प्रसार पाने वाले ह्यूमेन पेपिलोमा वायरस से बचाए रखने के लिए ये टीके लगवाने शुरू किये है टीकाकरण अभियान के तहत लेकिन गरीब देशों के लिए तो अभी यह दिवा स्वप्न ही है .यहाँ तो कोई समस्या को तस्दीक करने को ही राज़ी नहीं है ।

यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल कोवेंट्री के हेड एंड नेक संस्थान के साइंसदान कहतें हैं यही वक्त है किशोरों को भी इस टीकाकरण अभियान में शरीक किया जाए भले यह फिलवक्त महंगा साबित होगा ,लेकिन्वक्त हाथ से निकल रहा है .अनदेखी करने पर नासूर बन जाएगा यह रोग ,जो मुख मैथुनी (डोज़ हूक्द तू ओरल सेक्स ) लोगों में तेज़ी से पाँव पसार रहा है ।

सन्दर्भ सामिग्री :सेक्स वायरस तैदतू राइज़ इन नेक ,हेड कैंसर्स ,काल फॉर वेक्सिनेशन ग्रोज़ (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मार्च २७ ,२०१० )

1 टिप्पणी:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) ने कहा…

राम राम भाईसाहब रोजाना कम से कम पचास ऐसी पोस्ट तो आप लिख ही सकते हैं जिसमें कि किस तरह के शब्द हों और बस हेडिंग डाल दीजिये कुछ हमारे जैसे चिकित्सक और बहुत सारे जिज्ञासु आ ही जाएंगे। लेकिन जो लिखा है वह सफ़ेद स्याही से लिखा है दिख नहीं रहा है जरा बताएं कि क्या खामियाज़े हैं?
आप धन्य हैं