रविवार, 9 मई 2010

क्या हैं जोवियन प्लेनेट्स ?

जोव लेटिन भाषा का मूल शब्द है जिसका एक अर्थ होता है (ओल्ड लेटिन जोविस )जूपिटर यानी बृहस्पति .'बाई जोव का एक अर्थ होता है -किसी चीज़ पर बल देना ,अचरज (विस्मय ,आश्चर्य व्यक्त करना ) .बाई जोव ,यु आर राईट ।
जोव से बना 'जोवियन '।
जोवियन प्लेनेट्स ?
प्राइमरी प्लेनेट्स या मेजर प्लेनेट्स में जूपिटर (बृहस्पति ),युरेनस (ग्रीस पुरानों के मुताबिक़ पृथ्वी का पुत्र और शनि का पिता कहा गया है युरेनस या अरुण को.),शेतर्न(शनि ,जिसे अब प्लेनेतोइड या लघुग्रह माना जाता है ,ऐसे सभी गृह जो चंद्रमा से छोटें हैं अब प्लेनेतोइड्स कहे जातें हैं )और नेपच्यून (वरुण ,जल का देवता ,रोमन गोड ऑफ़ दा,'सी' समझा गया है ।),को शामिल किया गया है .इन चारों में से किसी को भी 'जोवियन प्लेनेट 'कह दिया जाता है .
बृहस्पति से पहले आने वाले ग्रहों को माइनर या सेकेंडरी प्लेनेट्स कहा जाता है ।
इन्हें ही गैस - जाइंट्स (महा- काय गैसीय ग्रह) भी कह दिया जाता है .इनके बेहिसाब उपग्रह यानी चंद्रमा हैं ,हमारी पृथ्वी का तो एक ही चाँद है .अलावा इसके गैसीय छल्ले (रिंग्स )भी हैं .सूरज के नौ बेटे (अकबर के दरबार के नवरत्नों से )और सौ से भी ज्यादा चाँद (उपग्रह) हैं.बेटे .
इनकी "कोर" (आंतरप्रदेश )डेंस है .बाहर गैसों का घेरा है .गैसों में हाइड्रोजन और हीलियम मौजूद है .इनका नर्तन सूरज के गिर्द लट्टू सा घूमना द्रुत गामी है ,तेज़ है .

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