शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

अब केरियर कौंसेलिंग के लिए भी ब्रेन स्केन्स ?

ट्रस्ट ब्रेन स्केन्स टू चूज़ राईट केरियर ,साइको -मीट्रिक एसेस्मेंट्स कैन रिवील यूओर "सुपर टेले-एंट्स "(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई २३ ,२०१० ,मुंबई )।
साइंसदानों की माने तो आपके ब्रेन स्केन्स देख समझ कर आपके रुझान ,अभि-रुचियों का जायजा लिया जा सकता है .आप अपने अनुरूप " काम का काम" तलाश सकतें हैं .
केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के स्नायुविक -विज्ञानी (न्यूरो -साइंटिस्ट )इसी दिशा में एक अभिनव ब्रेन मेपिंगप्रणाली पर काम कर रहें हैं .यह एक तरह का दिमागी लैंड स्केप मष्तिष्क का पूरा खाका ही होगा .न्यूरोन -दर -न्यूरोन सर्किट --री की खबर रखेगा .व्यक्ति विशेष की निपुणता ,कुदरती कौशल का जायजा लिया जा सकेगा इसकी मदद से ।
तथा कथित साइको -मीट्रिक असेस्मेंट्स यह भी बतला सकेगा आपमें हस्त कौशल कितना है ?अतिरिक्त हूनर के मालिक तो नहीं हैं कहीं आप .हूनर जो अब तक अन-चिन्हाँ पड़ा रहा है ।
मनोविज्ञानी प्रोफ़ेसर रिचर्ड हैएर इस रिसर्च के मुखिया हैं .बकौल आपके फिलवक्त यह विज्ञान अस्पष्ट ,अनिश्चित ही बना हुआ है ,उतना साफ़ साफ़ अभी कुछ नहीं हैं ,लेकिन देर सवेर यह आपकी केरियर कौंसेलिंग का जिम्मा ले लेगा ।
किसी भी व्यक्ति की बोध ज्ञानात्मक (संज्ञानात्मक क्षमता ) का उसकी कमजोरियों का एक पेटर्न इसी दिमागी खाके में छिपा रहता है .लिहाजा इस बात की पूरी और बलवती संभावना है आपकी वोकेशनल चोइस भी इसके दायरे से बाहर नहीं है .व्यावसायिक चयन , कौशल और हुनर भी यहीं कहीं है .
रिसर्चरों ने इसी बात की पड़ताल करने के लिए ६००० लोगों के ब्रेन स्केन्स लेकर ब्रेन मैप्स की तुलना ८ बोध सम्बन्धी परीक्षणों के दौरान उतारे गये ब्रेन स्केन्सके नतीजों से की है .ताकि यह जाना जा सके दिमाग और रुझान का क्या कोई अंतर सम्बन्ध है ?
इस एवज दिमागी ग्रे -मैटर की मात्रा का पता लगाया गया .यह भी जानने की कोशिश हुई कम्प्युटेशनल वर्क के दौरान दिमाग का कौन सा हिस्सा काम आता है ,वाईट मैटर का भी जायजा लिया गया .सम्प्रेषण में कौन सा हिस्सा भाग लेता है कौन सा हिस्सा तय करता है आपकी सीखने समझने गणना करने की क्षमता का .और किसमे कहाँ अवस्थिति है इसकी .तथ्य और याददाश्त कौन सा हिस्सासंजोये रखता है ।
ब्रोदमन्न(बी आर ओ डी एम् ए एन एन ):बुद्धि तत्व (बौद्धिकता ,इंटेलिजेंस ) की बुनियादमें ,मूल में जिन हिस्सों का हाथ रहता है वह ब्रोड- मण एरियाज़ कहलातें हैं .दीगर है यह दिमाग में यत्र तत्र सर्वत्र ,यहाँ वहां बिखरे हुएँ हैं ।
लार्जर अमाउंट ऑफ़ ग्रे मैटर का मतलब ?
उक्त ८ परीक्षणों के नतीजों से पता चला ,जिन की तार्किक क्षमता द्रुत गामी थी ,याददाश्त अच्छी थी उनमे ग्रे मैटर अपेक्षाकृत ज्यादा था .(स्पेसल टिस्यू पैक्ड विद नर्व सेल्स -इन ब्रोदमन्न एरियाज़ )।
आगे के परीक्षणों में रिसर्चरों ने एम् आर आई स्केन्स की मदद से ग्रे मैटर का अंतर सम्बन्ध "इन्दिपेंदेंट एबिलिटी फेक्टर्स "जनरल इंटेलिजेंस ,स्पीड ऑफ़ रीज़निंग से जोड़ा .इनमे -आगे के संदर्भित परीक्षणों में

व्यावसायिक गाइडेंस चाहने वाले ४० स्वयं सेवियों को शामिल किया गया ।
आम तौर पर देखा गया ,ग्रे मैटर्स के कुछ पेटर्न होतें हैं जिनका सम्बन्ध वास्तविक योग्यता और क्षमता से होता है .अलावा इसके औरत और मर्दों में एक जैसा 'आई .क्यु स्कोर" हासिल करने वालों का अलग ब्रेन मेक- अप होता है .बुद्धि तत्व का सम्बन्ध सदैव ही दिमाग के अलग अलग हिस्सों के भौतिक आकार सेही हो यह ज़रूरी नहीं है .

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