रविवार, 18 जुलाई 2010

घमासान युद्ध चलता है स्वस्थ और कैंसर असरग्रस्त कोशाओं में

मेकिंग हेल्दी सेल्स विन "वार "मे प्रोव्हाइड कैंसर क्युओर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई १६ ,२०१० )
साइंसदानों ने पता लगया है शरीर के अन्दर स्वस्थ और कैंसर ग्रस्त कोशाओं में घमासान युद्ध होता है .बस जो जीता वही सिकंदर वाला हिसाब हैं यहाँ भी .हरावल दस्ता पराजिता की मृत्यु का सबब बन जाता है .जो दल हारा सो मरा ।
यूनिवर्सिटी कोलिज लन्दन के रिसर्चरों ने पहले पहल इस घमासान का पता स्तनपाई -जीवों में लगाया है .आखिरकार प्रेरित आत्महत्या के तहत पराजित को मरना ही पड़ता है .इसे इन्द्युस्द बायलोजिकल स्युसाइड कहा जा रहा है .जीव विज्ञान की शब्दावली में आप इसे एपोप्टोसिस कह सकतें हैं ।
युद्ध रत दोनों पक्षों में से (कैंसर ग्रस्त बनाम स्वस्थ कोशाओं में से एक )एक का खात्मा होके रहता है ।
बेशक इस प्रकार का जैविक युद्ध (कोशा संग्राम )सेल -वार फ्रूट फ्लाईज़ में पहले भी देखी गई है लेकिन मेमल्स में इसका चलना पहली मर्तबा पता चला है .होमियो सेपियंस भी इससे अछूते कहाँ रहें होंगें ?आखिर कार एक ऐसी व्यूह रचना तैयार करनी होगी जो स्वस्थ कोशाओं को ही जीत दिलवा सके .ईट इज पोसिबिल तू टिप दी बेलेंस सो देत हेल्दी सेल्स विन इन दी स्त्रगिल विद कैंसर ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-मेकिंग हेल्दी सेल्स विन "वार "मे प्रोव्हाईज़ कैंसर क्युओर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई १६ ,२०१० ,पृष्ठ २३ )

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