गुरुवार, 12 अगस्त 2010

मासिक स्राव की एंठन स्नायुतंत्र में बदलाव ला सकती है .

मेन्स्त्र्युअल् क्रेम्प्स कैन चेंज ब्रेन स्ट्रक्चर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई अगस्त १२ ,२०१० ,पृष्ठ १९ )।
मासिक स्राव के दौरान कुछ महिलाओं को होने वाली मासपेशियों की दुखन दर्द भरी एंठन स्नायुविक तंत्र में एक सिरे से दूसरे तक परिवर्तन ला सकती है .नेशनल यंग -मिंग यूनिवर्सिटी ,टैपि के साइंसदानों ने इसकी वजह निचले पेडू (लोवर एब्डोमन ) में होने वाली पीड़ा को बतलाया है .इसे प्राईमरी डिसमेनोरिया (पी डी एम् )कहा जाता है .इस दर्द की शुरुआत मासिक स्राव के साथ ही शुरू हो जाती है .दिमाग की बुनावट (संरचना ,स्ट्रक्चर में बदलाव ला सकती है लोवर एब्डोमन पैन ।
यह अध्ययन जर्नल "पैन "में प्रकाशनाधीन है .रिसर्चरों को अपने अध्ययन के दरमियान उन मरिज़ाओं की दिमागी बनावट में परिवर्तन मिले हैं जो पी डी एम् से ग्रस्त रहीं हैं भले ही उन्हेंफिलवक्त दर्दे एहसास हो ना हो ।
दर्द ना होने पर भी रिसर्चरों को पी डी एम् पेशेंट्स में एब्नोर्मल "ग्रे -मैटर चैन्ज़िज़" द्रष्टि -गोचर हुए हैं (पता चलें हैं ).इसका मतलब रिसर्चरों के अनुसार यह हुआ -कायम रहने वाला दर्द ही नहीं ,साइकीलिक अक्रेंस भी दर्द की (दर्द का लौट फिर करजब तब होना )लोंगर लास्टिंग सेन्ट्रल चैन्ज़िज़ की वजह बन सकती है ।
नॉट ओनली सस्टेंड पैन बट आल्सो साइक्लिक अक्रिंग मेन्स्त्र्युअल् पैन कैन रिज़ल्ट इन लोंगर लास्टिंग सेन्ट्रल चैन्ज़िज़ .हालाकि इसके कार्यात्मक परिणाम (फंक्शनल कन्सिकुवेंसिज़ )अभी स्थापित होना बाकी है लेकिन इससे यह तो पता चलता ही है "एडोलिसेंत ब्रेन "को सदैव ही मेन्स्त्र्युअल् पैन का जोखिम बना रहता है .इट इज वल्नरेबिल टू सच पैन .

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