बुधवार, 15 सितंबर 2010

स्तन कैंसर से बचाव के लिए सलाद में खाएं "वाट्क्रेस"

वाट्क्रेस मे हेल्प प्रिवेंट ब्रेस्ट कैंसर(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर १५ ,२०१० ,पृष्ठ २३ )।
आइये पहले यह जाने यह वनस्पति वाट्क्रेस है क्या जिसकेस्वादिष्ट पत्ते और तना (स्टेम ) सलाद मे खाने से स्तन कैंसर से बचाव संभव है .
वाट्क्रेस :(डब्लू ए टी ई आर सी आर ई एस एस )वाट्क्रेस जल कुम्भी की जाति की लता (वल्लरी )है .यह एक बारह मासी जलीय वनस्पति या पादप है एकवाटिक प्लांट है ,जिसे व्यापक तौर पर उगाया जाता है इसकी चरपरी (पेपरी)गोल गोल छोटी पत्तियां तथा तना चाव से सलाद मे खाया जाता है .योरोप और एशिया मे इसे उगाया जाता है ।
एक नवीन अध्ययन से पता चला है सलाद मे इसका रोजाना सेवन स्तन कैंसर से बचाव का बेहतरीन ज़रिया बन सकता है .साउथ -अम्प- टन विश्वविद्यालय के रिसर्चरों के अनुसार इसे खाने के कुछेक घंटा बाद ही रक्त प्रवाह मे (ब्लड स्ट्रीम मे ) कैंसर का मुकाबला करने वाले अणुओं की तादाद बढ़ जाती है जो रोग को पनपने से मुल्तवी रखे रहतें हैं ।
इतना ही नहीं यह "सुपर्फूड "स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करते हुए कैंसर मरीजाओं मे रोग की पुनरावृत्ति को भी ,कैंसर के लौट आने को भी टाले रखता है . (हम जानतें हैं कैंसर अपना स्थान बदलता है ,एक से दूसरे स्तन मे चला आता है पहले स्तनकी तराशी के बाद भी ,मेटास्टेसिस होती है कैंसर की ।
रिसर्चरों ने स्वयंसेवियों को रोजाना ८० ग्रेम वाट्क्रेस सलाद मे खाने की सलाह दी है .वैसे इसकी चटनी भी बनाई जा सकती है .

कोई टिप्पणी नहीं: