सोमवार, 27 सितंबर 2010

कंप्यूटर पर दिन भर काम करने का खमियाजा "कंप्यूटर फेस "

आवर्स एट पी सी कैन गिव वोमेन रिन्किल्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर २७ ,२०१० ,पृष्ठ २१ ).
कंप्यूटर के आगे कूबड़ निकाल कर दिन भर बैठना पीठ और कन्धों को गोलाकार झुकाए रहना सैग्गिंग जाज़( लटके हुए जबड़े,ठोड़ी ) ,स्कुइन्त(भेंगापन ),"कंप्यूटर फेस" के रूप में सामने आसकता है .चेहरे पर झुर्रियां पड़ सकतीं हैं ,tyoriyon पर बल .
और यह हाल तो उन औरतों का है जो बस दस साल से कंप्यूटर स्क्रीन के सामने हैं ,वह युवतियां जो बड़ी ही कंप्यूटर के साथ हुईं हैं उनके साथ और भी बुरा होने वाला है .यह कहना मानना है ,नाम चीन कोस्मेटिक सर्जन्स का ।
मिचेल प्रगेर ,बोटोक्स स्पेसलिस्ट हैं ,आपके अनुसार कामकाजी महिलायें जो कंप्यूटर के सामने लगातार दस दस घंटा दिन भर में बैठे रहने को विवश हैं जल्दी बुढा सकतीं हैं ।
ऐसी महिलाओं की संख्या दिन रात बढ़ रही है जिनकी या तो दो दो ठोड़ -इयान दिखलाई देतीं हैं या जबड़े लटके हुए (नंबर ऑफ़ वोमेन विथ सग्गिंग जोव्ल्स इज इनक्रीजिंग .).वजह है एक ही भंगिमा में बैठे बैठे मुह लटकाए काम करते रहना ।
लगातार नीचे की और तकते रहना कंप्यूटर पर बैठकर गर्दन की पेशियों (नेक मसल्स )पर भारी पड़ रहा है ,छोटे रह जातें हैं नेक्क मसिल्स .समझ लीजिये गर्दन की पेशी का झोल पड़ना यानी दो दो गर्दन दिखना शुरू हो रहा है ।
अगले दस बरसों में स्थिति बद से बदतर हो सकती है ।
बचाव संभव है "कंप्यूटर फेस "से ?
जी हाँ !कंप्यूटर के साथ स्क्रीन की ऊंचाई पर एक शीशा रख लीजिये ,देखिये स्क्रीन को देख कर आपकी त्योरियां तो नहीं चढ़ रहीं हैं ?माथे पर बल तो नहीं पड़ रहें हैं चेहरा बदमिजाज़ तो नहीं दिख रहा है ?
दवाब पूर्ण और चिंतन(चिंता पूर्ण मुख मुद्रा में ) की स्थिति में चेहरा चिड -चिडा दिखने लगता है .और हमें खबर भी नहीं रहती .आखिर अपना चेहरा तकता ही कौन रहता है ?
देखिएगा तो जानिएगा चेहरा आपको ही घूर रहा है बल पड़ रहें हैं माथे पर .कहीं यह मुकम्मिल तौर पर ना पड़ जाएँ ?"कंप्यूटर फेस "आपके चेहरे पर चस्पां ना रह जाए ?
बचा जा सकता है इस स्थिति से हठ जाइए स्क्रीन के सामने से घंटा-दो के बाद बार बार ऐसा करिए .यकीन मानिए बस एक या दो सेशंस बोटोक्स के आप लीजिये "बदमिजाज़ चेहरा "ग्रम्पी फेस "की समस्या समाप्त हो जायेगी ।प्लास्टिक सर्जन और सौन्दर्य के माहिर मिचेल प्रगेर हार्ले स्ट्रीट में अपनी प्रेक्टिस चला रहें हैं .आपका यह दर्द विश्वाश है आप साफ़ बच सकतीं हैं समय रहते कंप्यूटर फेस होने दिखने से .

3 टिप्‍पणियां:

virendra sharma ने कहा…

Madhav bhaai ,kal aapkaa hai sunahraa hai ,pratiyogi hai ,hamen to apne hi blog par hindi me tipaanni karnaa nahin aataa .
aap hamaari prernaa ke srot ho ,torch bearer ho .Gd Bless you Betaa .
veerubhai

शरद कोकास ने कहा…

भाई पुरुषों के लिये भी यह लागू है ना ?

virendra sharma ने कहा…

sharad kokaasji ,mrd to tgde hoten hain zanaab .aapki tarah zindaa dil aur chust durust .
veerubhai