शुक्रवार, 24 सितंबर 2010

लाज़वाब सर्जरी

वोमन कट इन हाल्फ टू ट्रीट बोन कैंसर .सर्जन्स सजेस्टिद दी ग्राउंड ब्रेकिंग प्रोसीज़र ,व्हिच इन्वोल्व्द रिमूविंग दी वोमंस ट्यूमर ,दी लोवर हाल्फ ऑफ़ हर स्पाइन ,हर लेफ्ट लेग एंड पार्ट ऑफ़ हर पेल्विस .इट वाज़ दी फस्ट टाइम दी सर्जरी हेड एवर बीन अटेम्प्तिद ऑन ए लिविंग ह्यूमेन बींग .(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,सितम्बर २४ ,२०१० ,पृष्ठ २३ )।
कनाडा में रहने वाली वह युवती दो बच्चों की माँ है जिसका बोन कैंसर ठीक करने के लिए उसे दो टुकड़ों में काट कर अलग करना पड़ा था ,तब जाकर ट्यूमर की कटाई छंटाई हो सकी थी .तीन साल हो चुके हैं इस कामयाब लेकिन अद्भुत शल्य को जानिस ओल्ल्सों(३१ वर्षीय ) ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा है .
वह दूसरे बच्चे की माँ बनने वाली थी .तभी पता चला वह सर्कोमा से ग्रस्त है .सरकोमा अस्थियों का लाइलाज कैंसर होता है जिस पर रसायन चिकित्सा (केमो -थिरेपी )तथा रेडियो -थिरेपी कामयाब नहीं रहतीं हैं ,रफ्ता रफ्ता वह बेहद के कमर दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास पहुंची .पता चला उसे ना सिर्फ ट्यूमर है बल्कि यह आकार में भी बेहद बड़ा है .डॉक्टरों ने,टोरोंटो ,कनाडा के माहिरों ने पहले तो साफ़ हाथ खड़े कर दिए लेकिन बाद में मयो क्लिनिक ,रोचेस्टर तथा मिन्नेसोता के शल्य -चिकित्सकों के साथ सलाह मशविरा करके एक "ग्राउंड ब्रेकिंग प्रोसीज़र' के तहत ट्यूमर को काट फैंकने का फैसला ले लिया .लेकिन इसके लिए उसके स्पाइन (रीढ़ की हड्डी )का निचला आधा हिस्सा ,बायाँ पैर तथा पेल्विस(पीठ में निचे की और स्थित चौड़ी हड्डियों का समुच्चय जिससे टांगें जुडी होतीं हैं ,श्रोणी क्षेत्र ) को भी थोड़ा तराश कर अलग रखना पड़ा .
५२ दिन उसे मयो क्लिनिक में स्वास्थ्य लाभ के लिए रखा गया ,इस दरमियान कुल दवा दारु पर खर्च आया २०,००० डॉलर ।
शल्य दो चरणों में एक हफ्ते के अंतर से किया गया .पहले चरण में १२ माहिरो की सर्जन टोली को २० घंटा लगे .२० यूनिट खून की ज़रुरत पड़ी .दूसरे चरण का शल्य ८ घंटा चला .२४० स्टेपिल्स लगाने पड़े शरीर को फिर से समायोजित समेकित करने ,जोड़ने,असेम्बिल करने के लिए ।
लेग बोन को स्पाइन के साथ सम्बद्ध किया गया .इस एवज़ पिनों और पैचों (स्क्रूज ) का जमकर स्तेमाल किया गया .इस सारी शल्य क्रिया को नाम दिया गया "पोगो स्टिक "ओल्ल्सन अब सही सलामत हैं .