मंगलवार, 23 नवंबर 2010

नेगिंग कैन मेक चिल्ड्रन फ़सी ईटर्स .

नेगिंग कैन मेक किड्स फ़सी ईटर्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,नवम्बर २३ ,२०१० ,पृष्ठ १७ )।
हम भारतीयों की आदत रही है थाली में कुछ भी न छोड़ना (भले ही पेट भर जाए ) अन्न को देवता माना गया है .लेकिन यही नियम धर्म -निष्ठ होकर बच्चों पर लागू करना उन्हें फ़सी ईटर बना सकता है .ओवर ईटिंग की तरफ भी जा सकतें हैं बच्चे .खाने पीने के मामले में अपनी जिद और आदर्श बच्चों पर थोपने के नतीजे उन्हें हर चीज़ में तमाम तरह के खाद्यों से छिटकने की ओर ले जा सकतें हैं .हर चीज़ में मीन -मेघ निकालना उनकी आदत में शुमार हो सकता है .खाने पीने के मामले में टाईट कंट्रोल एक अध्ययन के मुताबिक़ किड्स को ओवर ईटिंग की ओर लेजा सकता है ।
हेल्दी -फ़ूड ,हेल्दी ईटिंग की आदत बच्चों में पैदा करें लेकिन जोर -ज़बरी नहीं प्यार से ,धीरे -धीरे,धैर्य-पूर्वक . बच्चों की शिक्षक बनिए एस एच ओ (कोतवाल,थाना -इंचार्ज )नहीं .

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