रविवार, 21 नवंबर 2010

दोहरे स्तेमाल (ड्युअल यूज़ ) में काम आने वाली टेक्नोलोजी क्या है ?

व्हाट इज ड्युअल यूज़ टेक्नोलोजी ?
एक ऐसी प्रोद्योगिकी जिसका स्तेमाल नागर एवं सैन्य दोनों ही तरह की सेवाओं के लिए किया जा सके .दोहरे स्तेमाल में आने वाली प्रोद्योगिकी कहलाती है .राजनय और राजनीति में अकसर इस शब्दावली का स्तेमाल होता रहा है .एटमी भट्टी और रोकेट विद्या दोनों ही ड्युअल यूज़ टेक्नोलोजी के तहत आयेंगें .इनके स्तेमाल से चाहे रेडियो -आइसोटोप्स बना लो ,न्यूक्लीयर मेडिसन में इन्हें प्रयुक्त कर लो चाहे तो इनसे फिसाइल मेटीरियल बना लो .चाहे तो बिजली घर बना लो एटमी .रोकेट टेक्नोलोजी से चाहे तो चन्द्र नगरी बसालो ,मंगल को अपना उप -निवेश बना लो चाहे तो मिसाइल बनालो अंतर -महाद्वीपीय .जैव -प्रो -द्योगिकी से चाहे तो जैविक अस्त्र बना लो .चाहे रोग -विज्ञान की दिशा में आगे बढ़ जाओ .यही हैं ड्युअल यूज़ प्रोद्योगिकी के असर .

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