बुधवार, 22 दिसंबर 2010

कौन से किशोर डिस -लेक्ज़िया से बाहर आ सकतें हैं ?

ब्रेन स्केन प्री -दिक्ट्स व्हिच दिस्लेक्सिक्स विल रीड लेटर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर २२ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
डिस्लेक्सिया इज ए दिव्लाप -मेंटल डिस -ऑर्डर सलेक्तिवली अफेक्तिंग ए चाइल्ड्स एबिलिटी टू लर्न रीड एंड राईट .दी कंडीशन अफेक्ट्स बोइज मोर ओफतिन देन गर्ल्स एंड कैन क्रियेट सीरियस एज्युकेशनल प्रोब्लम्स .इट इज सम -टाइम्स काल्ड स्पेसिफिक डिस्लेक्सिया ,दिव्लेप्मेंतल रीडिंग डिस -ऑर्डर ऑर दिव्लेप्मेंतल वर्ड ब्लाइंड -नेस टू दिस्तिन्गुइश इट फ्रॉम एक्वायर्ड दिफिकल्तीज़ विद रीडिंग एंड राइटिंग ।
डिस -लेक्सिया का शाब्दिक अर्थ है इन -एबिलिटी टू रीड एंड राईट ,यानी पढने ,हिज्जे करने ,स्पेलिंग बांचने कीअसमर्थता .इसे शब्दों के उच्चारण करने में या वर्तनी स्पष्ट करने में होने वाली कठिनाई ,अपठन भी कहा जाता है .इसमें किशोर किशोरियों की वाचन एवं वर्तनी निर्देशन सम्बन्धी क्षमता असरग्रस्त हो जाती है ।
साइंसदानों ने अब ब्रेन स्केन की मदद से यह पता लगाने की क्षमता हासिल कर ली है आइन्दा तीन सालों में कौन से किशोर इस असमर्थता से बाहर निकल आयेंगें .इसके लिए अति -परिष्कृत ब्रेन स्केन्स ईजाद किये गये हैं .इससे इस विकार के बेहतर प्रबंधन और इलाज़ में भी मदद मिल सकेगी ।
एक ख़ास पैट्रन(ब्रेन स्केन्स का ) इसकी शिनाख्त का आधार तैयार कर रहा है जो कुछ डिस्लेक्सिया से असर ग्रस्त किशोर वृन्द में दर्ज़ किया गया है ।
इन ब्रेन स्केन की मदद से ९०%तक सही प्रागुक्ति (भविष्य -वाणी )की जा सकी है .वक्त रहते अब ऐसे बालकों की शिनाख्त की जा सकेगी जिनके आगे चलकर रोग मुक्त होने की संभावना बलवती है .स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसन के रिसर्चर इस शोध से जुड़ें हैं ।

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