बुधवार, 29 दिसंबर 2010

बचपन में शहरी प्रदूषण की मार आगे चलकर मोटापे और डायबिटीज़ की भी वजह बन सकती है ....

पोल्युसन कुड कोज ओबेसिटी एंड डायबिटीज़ (साईं -टेक ,मुंबई मिरर दिसंबर २९ ,२०१० ,पृष्ठ २२ )।
अमरीका की ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में हाल ही में संपन्न एक रिसर्च के मुताबिक़ बचपन में शहरी प्रदूषण की मार आगे चलकर युवाओं में ओबेसिटी और डायबिटीज़ की भी वजह बन सकती है ।
वाहनों खासकर कारों के इग्जास्त से निकलने वाला माइक्रो -स्कोपिक पोल्युतेंट्स तथा जीवअवशेषी ईंधनों (अमरीका में इसे गैस कहतें हैं ) से निकलने वाला शहरी प्रदूषक तत्व युवाओं में वेट गेन की एक वजह बनता चला जाता है ।
साथ ही जीवन शैली रोग सेकेंडरी डायबिटीज़(टाइप-टू -डायबिटीज़ ) के खतरे का वजन भी बढ़ जाता है ।
ये नतीजे चूहों पर की गई उन आजमाइशों पर आधारित हैं जिन्हें शहरी प्रदूषण के तुल्य प्र -दूषित माहौल में रखा गया था बेबी माउस के एक समूह को सूक्ष्म प्रदूषकों से सनी हवा में तथा दूसरे को साफ़ सुथरी फिल्टर्ड हवा में रखा गया .इनकी उम्र का सौपान वही था जो हम मनुष्यों में घुटनों चलने वाले शिशुओं और युवावस्था की देहलीज़ पर खड़े किशोर -किशोरियों का होता है ।
सभी एनिमल्स का वजन जिन्हें हाई फैट डाईट दी गई इस दरमियान बढा लेकिन जिन्हें पूरे दस सप्ताह तक रोजाना ६ घंटा प्रदूषित माहौल में रखा गया उनमे ब्लड सुगर का स्तर भी बढा हुआ दर्ज़ हुआ .इंसुलिन रेजिस्टेंस भी इनमे बढा हुआ ही दर्ज़ हुआ .एब्दोमन के अलावा इनके अंदरूनी अंगों पर भी ज्यादा चर्बी चढ़ गई ।
विशेष :माइस ऑन ए हाई फैट डाईट हु लिव्ड इन दी एयर बोर्न टोक्सिंस डिड नोट गेन एनी मोर वेट देन देयर काउंटर पार्ट्स ऑन ए हाई फैट डाईट ,हु वर ब्रीडिंग फ्रेश एयर ।
बट माइस एक्सपोज्ड टू पोल्युतेंट्स व्हाइल ऑन ए नोरमल डाईट डिड हेव इनक्रीजिंग लेविल्स ऑफ़ बॉडी फैट,सजेस्तिंग देट एक्सपोज़र टू पोल्युतेंट्स वाज़ एनफ टू ट्रिगर वेट गेन ।
'आर्तिरियो -स्केलारोसिस थ्रोम्योसिस एंड वैस्क्युलर बायलोजी' में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है .

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