मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

दस मिनिट में गर्भ -निरोधी बे -दाग सर्जरी मौतरमाओं के लिए

एस्सुरे नाम है इस सर्जरी का जिसके तहत एक हिस्टेरो- स्कोप कि मदद से दो नन्नी सी कोइल्स (स्टंट्स सरीखी )योनी मार्ग से दोनों अंड -वाहिनी नालियों (फेलोपियन ट्यूब्स ) तक जिनसे होकर ह्यूमेन एग (डिम्ब )अंडाशय (ओवरी )से निकल कर गर्भाशय तक पहुंचता है ,पहुंचा दी जाती हैं .तीन माह कि अवधि में ही इनके गिर्द ऊतक आजातें हैं और फालोपियन ट्यूब्स अवरुद्ध हो जातीं हैं .अब गर्भ धारण करने का कोई ख़तरा नहीं कोई वजह शेष नहीं बचती है ।
यकीन मानिए यह सारा खेल (सर्जिकल प्रोसीज़र )दस मिनिट का है .'वाक् -इन -वाक् आउट' यह सर्जरी पीड़ा हीन है .सर्जरी के बाद कोई दाग नहीं .कोई अता पता नहीं कहाँ कब क्या हुआ .गृहस्थी से निवृत हुईं आप .किसी को कानों कान खबर नहीं .लंच ब्रेक में सारा काम संपन्न .हुन मौजां ही मौजां ...
कई संस्कृतियों में गर्भ निरोधी उपायों को अपनाने की मनाही है .ऐसे में औरत बेबस हो जाती है .उसी बेबसी का इलाज़ है यह 'टेन मिनिट सीक्रेट स्टर -लाइ -जेशन फॉर वोमेन 'जो ब्रिटेन में दिनानुदिन लोकप्रिय हो रहा है .इसे फर्टिलिटी क्लिनिक गुप्त रखती हैं ।
हिस -टेरो -स्कोप एक प्रकार का इंडो -स्कोप ही होता है जिसकी मदद से गर्भाशय के अन्दर पहुंचा जा सकता है .विज्युए लाइ -जेशन ऑफ़ दी इंटीरियर ऑफ़ दी यूट्रस यूजिंग ए हिस -टेरो -स्कोप इज काल्ड हिस -टेरो -स्कोपी .
सन्दर्भ -सामिग्री :-सीक्रेट १० -मिनिट स्टर -लाइ -जेशन फॉर वोमेन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,दिसंबर २१ ,२०१० ,पृष्ठ १७ ).

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