गुरुवार, 30 दिसंबर 2010

दि सेन्स अबाउट साइंस केम्पेन ....(एस ए एस )?

सेलेब्रिटी हेल्थ टिप्स डी -बन्क्द। साइंस एक्टिविस्ट्स 'ड्रो 'अप लिस्ट ऑफ़ टॉप फोनी फेड्स एन -डोरस्द बाई स्टार्स .(डी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,टाइम्स ट्रेंड्स ,मुंबई ,दिसंबर ३० ,२०१० ,पृष्ठ १७ )।
एक विज्ञापन आपने अकसर देखा होगा 'ठंडा यानी .....जी करता है प्यास लगे 'ज़नाबे याला प्यास कभी भी किसी कोला से बुझती नहीं है भड़कती है .प्यास बुझती है शीतल जल से .ये और ऐसे कितने ही और भ्रम है ,मिथ हैं जिन्हें नाम चीन लोग अपना समर्थन और नाम दे रहें हैं ।
एस ए एस (सेन्स अबाउट साइंस )ने बीड़ा उठाया है रहन सहन और खानपान सम्बन्धी ऐसी ही कुछ भ्रांतियों को तोड़ा जाए .इस अभियान के तहत इस संस्था ने साल २०१० की सबसे भ्रामक चीज़ों की एक सूची तैयार की है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए .भ्रमों के जाले से निकलकर लोग बाहर आयें ।
एक झांकी देखिये :अलेक्स रिड ने 'सन टेब्लोइड 'को अप्रेल में क्या बतलाया था ?बड़े मुकाबलों में शिरकत करने से पहले वह अपने स्पर्म्स (शुक्राणुओं यानी स्पर-मेटा -जो -आ ) एक बार उनके अंड-कोष में बन चुके होतें हैं , दोबारा ज़ज्ब कर लेतें हैं ।
प्रजनन रिसर्च के माहिर जानतें हैं अंड कोष में एक बार बनने के बाद स्पर्म को अंड कोष द्वारा ज़ज्ब नहीं किया जा सकता .लेकिन ये केज फाइटर बा -कायदा ऐसा दावा करते रहें हैं ।
नाम चीन फ़ुटबाल खिलाड़ी डेविड बेखेम तथा प्रिंस विलियम्स की मंगेतर केट मिडिल्टन 'होलोग्रेम जडित सिलिकोन ब्रेसलेट्स 'पहने रहतीं हैं ।
निर्माता कम्पनी दावा करती है 'कलाई या बाजू पर पहने जाने वाला यह दिखाऊ जेवर एनर्जी लेविल और आपकी फिटनेस (तंदरुस्ती )में इजाफा करता है ।
महज़ खाम -खयाली है यह भ्रम है यथार्थ नहीं ।
कुछ मशहूर हूर और हूरे मेपिल सिरप ,लेमन तथा पेपर(लाल हरी या काली मिर्च ,बेल पेपर में से ) पर दो हफ्ता निर्वाह करतें हैं .(पोषक तत्वों की निहायत कमी हो जायेगी ,करके मत देख लेना ).

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