मंगलवार, 11 जनवरी 2011

कैंसर कोशिकाओं के खात्मे के लिए 'एमाराई गई -डिड अल्ट्रा -साउंड '.

एमाराई ज़ेप्स कैंसर सेल्स .मशीन कम्बाइनिंग मेग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग विद फोकल अल्ट्रा -साउंड डिवाइस यूस्ड टू किल पेशेंट्स कैंसर विदाउट सर्जरी .(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी ११ ,२०११ ,पृष्ठ )।
एम् आर आई गाइ -डिड अल्ट्रा -साउंड ,हाव डज़ इट वर्क ?
बचपन में दादाजी के पढने वाले चश्मे के ग्लासिज़ (लेंस )से सबने धूप में कागज़ जलाने का कौतुक किया होगा .सूरज की किरणे जब संकेंद्रित होकर कागज़ के एक नन्ने से हिस्से पर देर तक पड़तीं हैं तो कागज़ पहले धुआं छोड़ता है फिर जल उठता है .बस यहाँ भी इस मशीन का स्तेमाल अवांछित ऊतकों को नष्ट करने के लिए ही किया जाता है .इसके लिए एम् आर आई का स्तेमाल कैंसर कोशिकाओं की शिनाख्त करने के लिए तथा अल्ट्रा -साउंड वेवज का कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं नष्ट करने के लिए किया जाता है .सारा खेल एक एम् आर आई आर्म और एक फोकल अल्ट्रा -साउंड डिवाइस का है ।सर्जन के साढे हुए हाथ तो हैं ही .
मुंबई के जसलोक अस्पताल में इस मशीन का स्तेमाल प्रोस्टेट के कैंसर के आरंभिक चरणमें ही प्रोस्टेट को पूरी तरह साफ़ करके किया गया है वह भी बिना किसी चाक़ू चीरे के ,क्योंकि एम् आर आई निर्देशित यह फोकल अल्ट्रा -साउंड प्रणाली मिलीमीटर की शुद्धता सेअपना काम करती है ।
ए सर्जिकल कट टू रिमूव दी ग्लेंड वुड हेव आल्सो देस्त्रोइड दी स्माल वेस्क्युलर बन -डिल ऑफ़ नर्व्ज़ देट आर लोकेतिद नीयर बाई .दी एम् आर आई गाइ -डिड अल्ट्रा -साउंड इज मिलीमीटर प्री -सा -इस एंड डज़ नोट डेस -ट्रॉय दीज़ नर्व्ज़ .
बेशक कुछ माहिर इसे मरीजों को आकृष्ठ करने की चाल बतला रहें हैं .कहा यह भी जा रहा है यह विधि बिनाइन त्युमर्स के लिए ही है या फिर उन मरीजों के लिए जो निश्चेतक(एनास्थीज़िया ,एन्स्ठेतिक सब्सटेंस ) बर्दाश्त नहीं कर सकते .यही काम एक साधारण रेडिओ -फ्रीक्युवेंसी डिवाइस से भी अंजाम दिया जा सकता है .प्रोफेशनल राइवल -रीज भी होती ही होंगी .

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