सोमवार, 31 जनवरी 2011

बच्चों का दमा (एस्मा जुवेनाइल ,इन्फेन्ताइल एस्मा )देशी इलाज़ .

एक साल से ऊपर के शिशु को दमा रोग में (एस्मा /अस्थमा )में बासिल लीव्ज़ /तुलसी की पांच पत्तियाँ ग्राउंड करके कुचल पीसकर शहद के साथ सुबह शाम चटायें ।
एक साल से कम आयु के शिशु को तुलसी का सत/रस पिसे पत्तों को साफ़ बारीक कपडे /छलने में छानकर शहद मिलाकर चटायें दिन में दो बार .दमा के अलावा रेस्पाय्रेत्री सिस्टम (श्वसन तंत्र )के अनेक रोग संक्रमण में यह लाभकारी है .शिशुओं को बे -खटके निश्संक भाव से दें।
दमा के अलावा साइन -साईं -टिस ,पुराना सिर दर्द ,आधा शीशी का सिर दर्द /मीग्रैन ,एलर्जिक कोल्ड (सर्दी प्रत्युर्जात्मक )जीर्ण दमा आदि रोगों में भी तुलसी के पत्ते रामबाण हैं .बस तुलसी की सात -आठ हरी पत्तियाँ धौ कर साफ़ पानी से पीसकर शहद के साथ २-३ सप्ताह आवश्यकता के अनुरूप लें .आराम आयेगा .

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