गुरुवार, 6 जनवरी 2011

जीवन शैली में बदलाव बांझपन से बचाव (ज़ारी ...)

प्रजनन शीलता को बनाए रखने के लिए खुराक में एंटी -ओक्सिदेंट्स का होना ज़रूरी है .बस खुराक में थोड़ी सी फेरबदल करनी पड़ेगी ।
एग क्वालिटी के लिए :ह्यूमेन एग कीगुणवत्ता को बनाए रखने में विटामिन -ई एक शक्ति शाली एंटी -ओक्सिडेंट की भूमिका में आजाता है .यह ह्यूमेन एग के परिपक्व होने की क्रिया को पुख्ता करता है ,एग डेमेज को मुल्तवी रखता है .काष्ठ फल (नट्स ,कठोर छिलके -दार ,अखरोट ,बादाम आदि ),सीड्स ,पत्तेदार हरी सब्जियां ,वानस्पतिक तेल ,सीरिअल ब्रान(व्हीट/ओट/राईस ब्रान आदि ) इसके आम स्रोत हैं ।
महिलाओं में विटामिन -सी खासकर उन महिलाओं में जो 'पूअर ल्युतल फेज़ 'में हों प्रजनन को बेहतर बना ह्यूमेन एग के गर्भाशय में स्थापित होने को पुख्ता करता है .खट्टे फल (साइट्रस फ्रूट्स ),बेरीज ,अमरुद ,कीवी ,टमाटर ,ब्रोक्क्ली ,फूलगोभी ,बेल पेपर्स (लाल -पीली -नारंगी मिर्च ,शिमला मिर्ची ),हरी सब्जियां इसके प्रचुर भण्डार हैं ।
फोलिक एसिड एक महत्त्व पूर्ण प्री -नेटल विटामिन है .यह भ्रूण को विकारों से बचाए रहता है .शरीर की हरेक कोशा में आनुवंशिक पदार्थ पैदा करने में यह एहम भूमिका में आता है ,भ्रूण को विकास की सही दिशा में ले जाता है .सेलीनियम ,जिंक ,आवश्यक अमीनो अम्ल भी ज़रूरी हैं .यह गर्भ धारण की विभिन्न प्रावास्थाओं को प्रभावित करतें हैं ।
एक आदर्श फर्टिलिटी खुराक ?
एक आदर्श प्रजनन -क्षम खुराक में हरी पत्तेदार सब्जियां (ताज़ा ,ताज़ा ),रंगीन तरकारियाँ ,फल ,अंकुरित खाद्यान्न ,नट्स तथा फलियाँ ,वानस्पतिक तेल ,दूध और दुग्ध उत्पाद ,मोटे अनाज और लीन मीट(ड्रेस्ड चिकिन, टर्की ,रूस्टर आदि चमड़ी हठाने के बाद ) शामिल होने चाहिए .जहां भी संभव हो रा या फिर स्टीम करके खाए ,देर तक पकाने से बचें ।
इस प्रकार खान- पान से भी कहीं न कहीं प्रजनन की नव्ज़ जुडी है .जीवन शैली से भी ,रहनी सहनी से भी .जैसी करनी पार उतरनी .

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