सोमवार, 10 जनवरी 2011

अपशिष्ट जल के उपचार के लिए बिजली की धारा ...

यूजिंग इलेक्त्रिसिती टू ट्रीट वेस्ट वाटर :(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी १०,२०११ ,पृष्ठ १७ )।
खानों की खुदाई ,उद्योग तथा कृषि से पैदा अपशिष्ट जल के उपचार के लिए उटाह विश्विद्यालय के साइंसदानों ने एक ऐसा 'इलेक्ट्रो -बायो -केमिकल रिएक्टर 'तैयार कर लिया है जिसमे एक लो इलेक्ट्रिक वोल्टेज (निम्न विद्युत् दाब ) माइक्रोब्स पर डाला जाता है .बस यह तेज़ी से अपशिष्ट जल से प्रदूषकों को चट कर जातें हैं . सफाया कर देतें हैं पोल्युटेंट्स का ।
इस रिएक्टर का पेटेंट प्राप्त कर लिया गया है .यह थोड़ी सी बिजली खर्च करता है और टनों प्रदूषक अपशिष्ट जल से निकाल बाहर करता है .बस माइक्रोब्स का इलेक्त्रोंस का चारा डाला जाता है .

कोई टिप्पणी नहीं: