शनिवार, 8 जनवरी 2011

हेमोरेजिक ब्रेन -अटक के मामले बढा रही है ठंड .

डिपिंग टेम्प्रेचर रेज़िज़ रिस्क ऑफ़ ब्रेन स्ट्रोक (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जनवरी ८ ,२०११ ,पृष्ठ ,१७ )।
न्यू -अरालाजिस्त (स्नायुरोगके माहिरों) की माने तो जैसे जैसे उत्तर भारत में पारा नीचे लुढ़क रहा है ठंड बढ़ रही है हेमोरेजिंग स्ट्रोक (ब्रेन अटेक जिसमे ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाने से दिमाग में अन्दर ही अन्दर रक्त स्राव होने लगता है )के मामलों में इजाफा हो रहा है .सावधानी हठी दुर्घटना घटी .
डॉ प्रवीण गुप्ता (आर्टेमिस अस्पताल में स्नायुरोग के माहिर ) के पास हर तीसरे दिन एक मरीज़ हेमोरेजिंग स्ट्रोक का
पहुँच रहा है .jyaadaatar मामले subah savere dekhne में aa rahe hain yahi vah samay है jab log savere savere sair के liye chal deten hain .sair buri nahin है lekin shrir के saamaanya taapmaan ३७ selsiyas aur baahar के taapmaanon kaa antar tvachaa के nazdeek की रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने पर मजबूर कर देता है ताकि शरीर की गर्माहट बाहर कम से कम जाए .इस कोंत्रिक्सन के दौरान ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है .इसलिए ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर का लगातार मोनितारन किया जा चाहिए .इसका मान हर हाल में १४०/९० से कम तथा मधुमेह के रोगियों के लिए १२०/८० ही रहना चाहिए क्योंकि उनकी ब्लड वेसिल्स ज्यादा नाज़ुक होती हैं .BP
का १८०/११० से oopar जाना खतरे की घंटी है .keval uchch रक्त chaap के mareez ही nahin aam jan को bhi इस behad की ठंड के मौसम में apne BP पर nzr rakhni चाहिए ।
yaad rahe ब्रेन हेमोरेजिक स्ट्रोक के मामले में bachne की sambhaavnaa ५०%ही rahti है ।
akhil bhaartiy aayurvigyaan sansthaan nai dilli में snaayu rog vigyaan के maahir डॉ kaameshvar prasaad logon को baraabar chetaa rahen हैं ,बाहर का taapmaan jab bhi girtaa है hamaare शरीर की pravritti heat loss kee होती है . yah taap hraas chamdi से ही hotaa है .जैसे ही चमड़ी की ब्लड वेसिल्स सिकुड़ती हैं ब्लड वेसिल्स के लीक होने के मौके बढ़ जातें हैं .नतीजा होता है हेमोरेजिंग ब्रेन अटक (स्ट्रोक हेमोरेजिक ).

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