बुधवार, 23 फ़रवरी 2011

वो जो खूंटा इक किनारे पड़ा था दिग्विजय उसे उठाकर बैठ गएँ हैं .....

अपने आपको कांग्रेसी चाणक्य समझने का भ्रम पाले रहें हैं दिग्विजय सिंह .आज जो उन्होंने किया है अब इससे आगे वे अपनी निर्बुद्धि -हीनता का और सबूत नहीं दे सकते .उनसे और कोई अब अपेक्षा भी क्या कर सकता है .वह जो खूंटा इक किनारे पड़ा हुआ था ,दिग्विअज्य सिंह उस पर बैठ गएँ हैं .बिना हश्र की चिंता किये ।
कांग्रेस का मर्सिया अब वे ही पढेंगे .उनके लिए इक शैर :
शैख़ ने मस्जिद बना मिस्मार मय खाना किया ,
पहले कुछ सूरत तो थी अब साफ़ वीराना किया ।
सन्दर्भ :दिग्विजय सिंह का कांग्रेस के डिफेन्स में स्वामी राम देव पर वार .उनसे ब्लेक मनी का हिसाब मांगना ।
यूं ज़वाब स्वामी रामदेव ने यह कह कर दे दिया है :इंदिरा-नेहरु गांधी ,राजीव गाँधी के नाम पर इस देश में जितने ट्रस्ट बने हैं कांग्रेस पहले उनका ब्लेक मनी चेक करवाए .जहां हर एइरा- गैरा नथ्थू खैरा को सस्ते में जमीन मिल जाती है .स्वामीजी तो हर समय तैयार हैं .उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है , महा भारत के कृष्ण की तरह .

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