शनिवार, 19 फ़रवरी 2011

अस्थि बढ़वार की कुंजी इक कुदरती प्रोटीन के हाथों में हैं .....

प्रोटीन 'की' टू बोन फोरमेशन आइदेंती -फाइड(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,फरवरी १९ ,२०११ ,पृष्ठ २१ )।

आदिनांक अस्थि क्षय (ओस्टियो -पोरोसिस )के इलाज़ के बतौर ऐसी दवाएं ही दी जाती रहीं हैं जो अस्थि क्षय (लोस ऑफ़ बोन मॉस )को कम करती हैं या कम करने का प्रयास करतीं हैं ।

अब ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने गत इक दशक की रिसर्च के बाद इक ऐसी प्रोटीन पर नजर टिकाई है जिसे हमारा शरीरप्रति -रक्षा तंत्र तथा कलम कोशायें (स्टेम सेल्स ) कुदरती तौर पर बनातीं हैं .

इंटर -फेरन गामा नाम की यह प्रोटीन हिपाताइतिस-सी के इलाज़ में आजमाई जाती रही है .अब पता चला है यह अस्थि क्षय को थाम कर अश्थी बढ़वार को प्रेरित करती है .इट इन्क्रीजीज़ बोन फोरमेशन .

अपने अध्ययन में रिसर्चरों ने 'मिनोपोज़ल रोदेंट्स 'इनार्फेरों गामा की छोटी खुराकें मुहैया करवाईं ।
लो दोज़िज़ ऑफ़ इन्तेर्फेरों गामा वर गिविन टू दी स्माल मेमल्स .परीक्षणों से पता चला माइस के अस्थि द्रव्यमान (बोन मॉस )में इजाफा हो गया है .

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