गुरुवार, 24 मार्च 2011

डेंजर;'एस ऑफ़ सैलून्स एंड स्पाज़ तू अवर हेल्थ (ज़ारी ...)

आइये पहले जाने केराटिन और केरितिनाइज़ेशन है क्या ?
केराटिन :इक तन्तुनुमा (फाइब्रस)अघुलनशील प्रोटीन का नाम है केराटिन जो हामरे बालों (केश क्यारी )और नाखूनों का ,मुख्य घटक है ,मैन स्ट्रक्चरल एलिमेंट है ।
केरातिनाइज़ेशन :चमड़ी की कोशाओं (स्किन सेल्स )में मसलन बालों और हमारे नाखूनों में इसका ज़मा होना केरातिनाइज़ेशन कहलाता है .आफ्टर केरातिनाइज़ेशन हेयर्स एंड अवर नेल्स प्रिज़ेन्ट्स ए टेक्सचर ऑफ़ होर्न्स .
सैलून्स और स्पाज़ से सेहत को होने वाली नुकसानी की ओर लौटतें हैं .
ग्रेट हेयर कैन बी डेंजरस ।
किसी भी ऐसे सलून में दाखिल होने पर जो केराटिन ट्रीटमेंट मुहैया करवाता है ,आप देखिएगा खुद हेयर स्टाइल्स की माहिर (स्टाइलिस्ट )मास्क्स पहने हुए है अलावा इसके पंखे का रुख उसी की ओर रखा गया है . ऐसा करना उसके लिए ज़रूरी भी है क्योंकि वह जानती है ,"फोर्मेल डिहाइड"हेयर -स्ट्रेतिनिंग-त्रीत्मेंट्स का ज़रूरी घटक है .इसकी चर्चा हमने गत पोस्ट में भी की है यह एक ज्ञात कैंसर पैदा करने वाला रसायन है "कार्सिनोजन "है .
हाल में ही "ओरेगोंस अक्युपेश्नल हेल्थ एंड सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन "ने सैलून्स में प्रयुक्त नौ नमूनों की जांच की है .इनमे सभी में "फोर्मेल -डिहाइड "मिला है जबकि एक उत्पाद इस रसायन से रहित होने का दावा भी अपने लेविल पर कर रहा था ।
लेयुकेमिया का एक काज़ेतिव एजेंट पाया गया है फोर्मेल -डिहाइड को. कई "एपी -डेमिया -लोजिकल "अध्ययनों में .एपिदेमिया -लोजी इज दी साइंटिफिक एंड मेडिकल स्टडी ऑफ़ दी काज़िज़ एंड ट्रांस -मिशन ऑफ़ डिजीज विधिन ए पोप्युलेशन .समुदाय विशेष में होने वाले रोगों के कारणों (काज़ेतिव एजेंट्स )और फैलाव का अध्ययन करता है "जानपदिक -रोग -विज्ञान "यानी एपी -डेमियो -लोजी "।
ज़ाहिर है फोर्मेल -डिहाइड से बार -बार असर ग्रस्त होना ,खतरनाक है ,रक्त कैंसर की वजह बन सकता है बारहा एक्सपोज़र फोर्मेल -डिहाइड का ।
शोर्ट टर्म में भी इसका प्रभावन (एक्सपोज़र ,इसकी शरीर पर बौछार का होना )निरापद नहीं है क्योंकि यह भी "स्केल्प रेशिज़" की वजह बन सकता है .बस हेड के संपर्क में ये आजाये .अब कपाल को कब तक बचाइएगा .बकरे "की माँ" कब तक खैर मनाएगी ?
सांस के ज़रिये फेफड़ों में दाखिल होने पर ,चेहरे पर इसकी बौछार पड़ने पर यह आँख ,नाक और गले की दुखन और जलन की वजह बन सकता है ,इसीलिए वह स्टाइलिस्ट मास्क पहने रहती है ।
एस्मा की मरीजाएं सावधान रहें ,इट कैन ट्रिगर एन एस्मेतिक अटेक.
केलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ़ पब्लिक हेल्थ से सेवा -निवृत्त विष -विज्ञान की माहिरा (तोक्सिकालोजिस्त )जूलिया कुइंत ,पीएच .डी .इसकी पुष्टि करतीं हैं .(ज़ारी ...)

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