सोमवार, 18 अप्रैल 2011

क्या हैं मेजर डिप्रेशन के लक्षण ?

अवसाद ग्रस्त किशोरों का नज़रिया खुद के बारे में ही बदल जाता है ,विकृत हो सकता है उनका जीवन के प्रति दृष्टि -कौड़ भी .इसका असर उनलोगों पर भी पड़े बिना नहीं रहता जो उनके गिर्द बने रहतें हैं .
हर चीज के प्रति उनका नज़रिया नकारात्मल ही बना रहता है उनके दिमाग में यह बात रंच मात्र भी नहीं आती चीज़ों का सकारात्मक पहलू भी होता है सकारात्मक दृष्टि से भी उन्हेंऔर जीवन की अन्य परस्थितियों हालातों को सुलझाया, समझा -बूझा जा सकता है .
मेजर डिप्रेसिव दिस -ऑर्डर के लक्षणों में कुछ को गिना जासकता है :
(१)उत्तेजना (भड़कना )यानी एजिटेशन ,बे -चैनी,बे -आरामी ,तथा बदमिजाजी (चिड- चिडा -पन )इर्रितेबिलिती ।
(२)भूख में नाटकीय परिवर्तन जिसकी वजह से या तो वजन ज्यादा हो जाता ,या फिर कम भी होता जाता है ।
(३)ध्यान को कहीं भी टिकापाने में बे -हद की दिक्कत का महसूस होना .
(४)थके मांदे रहना ,लेक ऑफ़ एनर्जी ।निर -उत्साहित,बे -जान सा बने रहना, ऊर्जा (जान )न रहने की वजह से .
(५)हताशा और असहायता ,निर -उपाय खुद को बूझना समझना ।
(६)खुद को एक दम से नाकारा (बे -काम का बेकार व्यक्ति समझना ,मानना ).खुद से ही नफरत करना ,अन -अभिव्यक्त -अनुचित -इन -एप्रो -प्रियेट अपराध बोध .
(7)आम - तौर पर अब तक चली आई गति -विधियों से भी हाथ खींच लेना ,खुद को अलग कर लेना हर एक्टिविटी से ,निष्क्रिय पड़े रहना .निर -भाव ।उदासीन ।जिन चीज़ों में कभी दिलचस्पी थी उनसे भी खुद को अलग थलग रखना .यौन -क्रिया में भी कोई रूचि नहीं ।

(८)आत्म -ह्त्या का विचार आना ,मौत के बारे में सोचना .,विचारना ।

(9) सो, न पाना ,और सोना तो सोते ही चले जाना ,सोते रहना .कोई समय रूटीन नहीं उठने का ,कोई लक्ष्य भी नहीं है न .
(१०).अवसाद आवेग और क्रोध ,निर -उत्साहित रहने दिखने का रुख भी ले सकता है .,हेल्प -लेस -नेस और होपलेसनेस की जगह ये दोनों भाव -अनुभाव (एंगर एंड डिस -करेज -मेंट )ले सकतें हैं लक्षणों के प्रकट होने ,मुखर होने के रूप में .
(११)अवसाद के गहन होने पर ,हेलुसिनेशन और दिल्युज़न जैसे साईं -कोटिक फीचर्स भी सिर उठा सकतें हैं अपना .इन साईं -कोटिक सिम्टम्स की विषय -वस्तु अपराध -भावना ,खुद की अ -पर्याप्तता भी हो सकती है ,बीमारी भी ।
मेजर डिप्रेशन तभी डायग- नोज़ होता है ,रोग निदान पर खरा उतरता है, जब पांच या और भी ज्यादा लक्षण अवसाद के कमसे कम दो सप्ताह तक लगातार बने रहें ।
बेक्स डिप्रेशन स्केल इन -वेन्तरी ,अवसाद के लिए प्रयुक्त अन्य स्क्रीनिंग टेस्ट्स रोग निर्धारण में सहायक सिद्ध हुएँ हैं ,होतें हैं ।
(ज़ारी...).

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