गुरुवार, 19 मई 2011

व्हाट कौज़िज़ फ़िब्रोइद्स ?

व्हाट कौज़िज़ फिब -रोइड्स ?
ठीक ठीक तो फिब -रोइड्स के पनपने की वजह साइंसदानों को भी नहीं पता है .शोध कर्ताओं के अनुसार एक से ज्यादा कारण इनके पैदा होने में अपनी भूमिका निभातें हैं ।

(१)हार्मोनल :हारमोनों के स्तर को इस्ट्रोजन तथा प्रोजेस्त्रों दोनों ही प्रभावित करतें हैं ।
(२)आनुवंशिक कारण :कुछ परिवारों में इनकीरोग - प्रवणता (प्री -डिस -पोजीशन )देखी गई है .
निश्चय पूर्वक न इनके पनपने के बारे में कुछ कहा जा सकता है न सिमटने सिकुड़ने के ।
गर्भ काल में (जेस्टेशन पीरियड में )जब हारमोनों का स्तर ज्यादा रहता है गर्भाशयीय फ़िब्रोइद्स (गठाने )तेज़ी से पनपतीं बढ़तीं हैं ।
एंटी -हारमोन चिकित्सा अपनाने पर फ़िब्रोइद्स श्रिंक होतें हैं अपना आकार घटाते घटाते विलीन भी हो जातें हैं ।
इनका विकसनामहिलाओं के रजो निवृत्त होने पर (चेंज ऑफ़ लाइफ या मिनोपोज़ल होने पर )थम जाता है ,श्रीन्केज शुरू होजाता है ।
(ज़ारी...)।
इस मर्तबा का शैर पढ़िए :
तौलतें हैं लोग रिश्तों को यहाँ ,
कुछ घटाने कुछ बढाने के लिए ।
रेत की दीवार सारी ढह गई ,
हम चले थे घर बनाने के लिए ।
कुछ तो ऐसे गीत लिखते जाइए ,
काम आयें गुनगुनाने के लिए ।
ग़ज़ल कार :मर्मज्ञ ज्ञान चंद जी (शब्द साधक मंच ).

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