शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

खूबसूरत हो सकता है आपका बच्चा ,मगर ...

खूबसूरत हो सकता है आपका बच्चा अट्रेक्तिव ,बोनी आपके शब्दों में .आप सोचतें हैं बस थोड़ा सा तौल कम करले अपनी स्लिम डाउन हो जाए लेकिन आपका ओवर वेट बच्चा पुष्टिकार तत्वों का अभाव झेल रहा हो सकता है .माइक्रोन्युत्रियेंट्स की कमी की वजह से उसकी केलोरीज़ खर्ची क्षमता दोषपूर्ण हो सकती है .ऐसे में चर्बी को ठिकाने लगाना नामुमकिन हो जाता है .
With a flawed metabolism burning of fat becomes impossible .
गोलू होना गोल मटोल होना प्लंप फेस होना पोषण की निशानी हो यह कतई ज़रूरी नहीं है .
ये हाल है मुंबई के बच्चों का :
भारत के नौनिहालों में ओबेसिटी घर बना रही है .मोटापे का यह रोग तेज़ी से फ़ैल रहा है .एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट के माहिरों द्वारा संपन्न तथा ब्रितानी विज्ञान पत्रिका ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार मुंबई के मदरसों में पढने वाले बच्चों में से १४%तौल में ज्यादा वजनी हैं या फिर ओबेसी हैं .
दोष पूर्ण खान पान और घर घुस्सू बने रहना बैठे ठाले रहना इसकी बड़ी वजह बन रहा है .
दोषपूर्ण खान पान रहनी सहनी जीवन शैली के चलते मुंबई के ६०%बच्चे आज एक दम से ज़रूरी पोषक तत्वों (माइक्रोन्युत्रियेंट्स )की कमीबेशी झेल रहें हैं .इसी बरस १९८ पोषण विज्ञान के माहिरों और खुराक विज्ञानियों ने १२०० रोगियों के आंकड़े जुटाए थे जिनमे नौनिहाल भी थे .पता चला इनमे से ८१%लौह तत्वों की कमी से ग्रस्त थे .१५%में विटामिन कमी बेशी तथा ३%में जिंक तत्व की कमी पाई गई .
माहिरों के अनुसार इस सबकी वजह जिंक ,मैंगनीज़ तथा कॉपर जैसे सूक्ष्म पुष्टिकर तत्वों की खुराक में कमी बन रही है .शरीर की हारमोन प्रणाली तथा पाचन तंत्र को ठीक ठीक तरीके से कायम रखने में इन माइक्रोन्युत्रियेंट्स का बड़ा हाथ रहता है .
विटामिन -डी ,विटामिन -बी १२ की कमी कैंसर समूह से लेकर अवसाद तक तमाम तरह के रोगों की वजह बनती है .कामकाजी महिलाओं को बराबर देखना चाहिए बच्चों के टिफिन में ये तत्व हैं या नहीं .
मुंबई में इसकी एक बड़ी वजह जंक फ़ूड बन रहा है .एक तरफ खुराक में मेक्रोन्युत्रियेंट्स वसा कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा से ज्यादा जगह बना रहें हैं साल्ट बढ़ रहा है दूसरी तरफ विटामिन और खनिज तथा खाद्य रेशे (सूक्ष्म पुष्टिकर तत्व )कमतर क्या नदारद ही हो रहें हैं .
Indian Dietician Association की डॉ शिल्पा जोशी के अनुसार मुंबई के बच्चों के साथ यही हो रहा है .
जानिएगा :
ताज़े फलों और तरकारियों में माइक्रोन्युत्रियेंट्स (विटामिन ,खनिज और रेशों )का डेरा रहता है .लेकिन क्योंकि इनकी भंडारण अवधि कम होती है इसलिए शहरी जलपान (अर्बन स्नैक्स )में ये जगह नहीं बना पा रहीं हैं .बच्चों के टिफिन में पैक्ड फूड्स जगह बना रहें हैं .कामकाजी महिलाएं इसकी तस्दीक कर रहीं हैं .मान समझ रहीं हैं यह सब वक्त की तंगी से हो रहा है .
माहिरों की सबसे बड़ी चिंता इस दौर में यही है शहरी बच्चे विटामिन बी -१२ और बी -३ से दूर जा रहें हैं .बालों का उम्र से पहले झड़ना सफ़ेद होना चमड़ी की बढती शिकायतों के पीछे तमाम तरह के दर्दों से रु -बा -रु होते रहने के पीछे कुलमिलाकर इन्हीं पुष्टिकर तत्वों की कमी का हाथ रहा है .
जानिएगा :
जंक फ़ूड लदा हुआ है साल्ट ,सुगर और ट्रांस -फेट्स (ट्रांस -फेटि -एसिड्स से कथित हाइड्रोजनीकृत वानस्पतिक तेलों से).डिनर से पहले मुंबई के बच्चे ये लेने से नहीं चूक रहें हैं .इसीलिए मधुमेह से लेकर दिल की बीमारियों से भी जल्दी ही घिर रहें हैं . सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी उन्हें अन्दर से कमज़ोर बना रही है .बाहर से थुल थुल .न इनकी हड्डियां मजबूत हैं न पेशियाँ .रोग रोधी तंत्र कमज़ोर पड़ रहा है और इसीलिए मौसमी बीमारियों की चपेट में आते जा रहें हैं .
माहिरों के अनुसार खाने की गोलियों से नहीं बचपन से ही खुराक की तबदीली के साथ ही यह कमी बेशी दूर होगी .
खूबसूरत हो सकता है आपका बच्चा ,मगर ...
सन्दर्भ -सामिग्री :मुंबई फॉर किड्स /टाइम्स सिटी /हेल्थ एंड न्यूट्रीशन /दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया मुंबई ,दिसंबर २२,२०११,पेज २ .
RAM RAM BHAI !RAM RAM BHAI !
सेहत के नुश्खे
सेहत के नुश्खे
HEALTH TIPS
The fibre in french beans decreases the colon's re -absorption of cholesterol binding bile acids ,lowering cholesterol.
देखिए और जानिये सूक्ष्म पोषक पुष्टिकर तत्वों खाद्य रेशों ,विटामिनों और खनिजों का कमाल जो फराश बीन्स की फलियों में मौजूद रहतें हैं .ये तत्व खासकर रेशे हमारी आँतों द्वारा पित्त अम्लों के पुनर -अवशोषण (दोबारा ज़ज्बी ) को कम करतें हैं .यह बाइल एसिड्सही कोलेस्ट्रोल (खून में घुली चर्बी )से बंधकर कोलेस्ट्रोल के मौजूदा स्तर को कम करते हैं .
Strawberries are high in phenolic flavonoid phyto -chemicals which fight against cancer,aging ,inflammation and neurological diseases.
पादप रसायन (फाइटोकेमिस्ट्री )हमें बतलाती है पादपों से प्राप्त फिनोलिक फ्लावानोल (फ्लाव्नोइड )जैसे पादप रसायन जो स्त्राब्रीज़ में भरपूर होतें हैं एक तरफ कैंसर से मुकाबला करतें हैं दूसरी तरफ बुढापे को मुल्तवी रखतें हैं ,तरह तरह के रोग संक्रमणों तथा स्नायुविक रोगों से हमारी हिफाज़त करतें हैं .एंटी -ओक्सिदेंटों के तहत आतें हैं ये पादप रसायन .
Aubergine has potassium ,phosphorus ,folic acid ,calcium as well as beta-carotene.
देखिए बेंगन जी का कमाल :aubergine (BrE),Eggplant ,brinjal कहो या थाली का बेंगन गहरे रंग की यह तरकारी है बड़ी गुणी(बहुगुणा ).है .पता नहीं लोग क्यों मजाकिया लहजे में इसे बे -गुण भी कह देते हैं ,नाक भौं चढ़ा लेते हैं इसके नाम से ,ताना भी दते हैं बेंगन लेले .
ध्यान रहे गुणों की खान बैगन micro -nutrient पुष्टिकर तत्व पोटाशियम ,फोस्फोरस ,फोलिक एसिड तथा केल्शियम के अलावा बीटाकेरोटिन का भी खज़ाना है .गहरे रंग के फल और तरकारियाँ सूक्ष्म पुष्टिकर तत्वों से भरपूर हैं माने विटामिन ,खनिज ,और रेशे प्रचुर मात्रा में मुहैया करवातें हैं .
Turkey contains selenium which is essential for the healthy functioning of the thyroid gland and the immune system.(Turkey is a large bird that is often kept for its meat ,eaten specially at Christmas in Britain and at thanksgiving in the US
जी हाँ पीरु या टकि पुष्टिकर तत्व सेलिनियम की खान है .थायरोइड ग्रंथि के सुचारू आदर्श रूप काम करते रहने के लिए यह रामबाण है .अलावा इसके यह हमारे रोग रोधी तंत्र को भी मजबूती प्रदान करता है .
अभी के लिए इतना ही इंतज़ार कीजिए -बच्चों की सेहत के लिए कैसी है मुंबई ?कैसी है मुंबई के बच्चों की सेहत?

3 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

पुरानी भोजनशैली बड़ी ही सशक्त थी।

रेखा ने कहा…

बहुत ही उपयोगी जानकारी देती हुई पोस्ट ......

विभूति" ने कहा…

सशक्त और प्रभावशाली....