सोमवार, 20 अगस्त 2012

सर्दी -जुकाम ,फ्ल्यू से बचाव के लिए भी काइरोप्रेक्टिक

 Go to a chiropractor for the common cold? But chiropractic is just for the backs! Not so .In fact ,many people seeing chiropractors for spinal pain find a general improvement in their health that includes fewer and less severe colds,flu and other respiratory problems.

The common cold 

साधारण  सर्दी जुकाम बोले तो  (acute coryza 45) वायरस (विषाणु ) से होने वाला एक आम संक्रमण है .यह असरग्रस्त करता है आपकी नाक को ,गले (कंठ )और स्वर को (स्वर पेटी ,वोईस बोक्स को ),साइनस को .(नाक से जुडी चेहरे की हड्डियों के बीच खाली जगह ).मतलब सुड -सुड  नाक की और नाक से पानी बहना ,स्टफ्ड और रनिंग नोज़ ,गले की खिच खिच (स्क्रेची थ्रोट ),अश्थी रन्ध्र (साइनासिज़ )का तरल से भरा रहना .बलगम का भराव (कन्जेश्चन ) जिसके आम लक्षण है ,उस शह को कहतें हैं आप मामूली सर्दी जुकाम .

सांस के ज़रिये सर्दी जुकाम के विषाणुओं  को खींचना अपने आप में इस अल्पकालिक संक्रमण की वजह नहीं बनती है .

"Experimenters have incubated cold viruses ,placed them directly on the mucous lining of the nose ,and found that their subjects came down with colds only 12% of the time ." For germs to grow in you ,you must first be fertile soil.

ज़ाहिर  है नाक की श्लेष्मल के अस्तर को भले विषाणु बनालें अपना बिस्तर, जुकाम आप को तब तक नहीं होगा जब तक आपमें इससे लड़ने की कूवत है ,प्रति -रक्षण हैं .

Drugs for a cold ? 

"Alkalinizers ,multiple analgesics ,antihistamines ,decongestants and tranquilizers are developed for sales profit ....not for the benefit of the patient ."Taking antibiotics for cold viruses is completely worthless because antibiotics work only on bacteria. 

अम्ल के साथ रासायनिक क्रिया करके लवण  बनाने वाले अनेक रसायन ,  मल्टी- पिल दर्द नाशी ,एलर्जी - रोधी दवाएं ,छाती या सीने के भराव को खोलने वाले रसायन ,चित्त शामक ,अनेक स्वापक लाभांश का सौदा हैं मरीज़ के फायदे का नहीं .और एंटीबायटिक्स की विषाणु से पैदा होने वाले रोगों में भला क्या प्रासंगिकता होती है पूछो तो बताया जाएगा यह सेकेंडरी इन्फेक्शन को रोकने के लिए बचावी उपाय है .

दवाई लोगे तो जुकाम एक हफ्ते में नहीं भी लोगे तो सात दिन में ठीक हो ही जाएगा .भाई साहब कुदरती रोग प्रति -रोध भी कोई चीज़ होती होगी वरना तो जुकाम दवा न लेने पर अल्प काल क्यों महीनों न मेहमान नवाजी करवाले, मुझसे, आपसे .

The Chiropractic Approach   

काइरो -प्रेक्टिक   देखभाल  आपके शरीर की कुदरती रोग रोधक क्षमता में इजाफा करती है  .बस आपके शरीर के काम करने में आने वाली एक गंभीर बाधा को हटा देती है यह चिकित्सा व्यवस्था .यह बाधा है vertebral subluxations .

आपकी  इस कुदरती रोग रक्षण क्षमता की वजह से ही सर्दी -जुकाम की मामूली बीमारी अल्पकाल की मेहमान नवाजी के बाद ही भाग खड़ी होती है वरना महीनों क्या ता -उम्र डेरा डाले पड़ी रहे .

What Are Vertebral Subluxations ? VS ?

यह  रीढ़  की हड्डियों का विरूपण है ,परस्पर संरेखन अभाव है रीढ़ की हड्डियों का .रीढ़ की  यह चौबीस चल अस्थियाँ ही आपकी काया का कार्य व्यापार सुचारू रूप चलाये रहतीं हैं .यह विरूपण आपकी तंत्रिकाओं के साथ दखलअंदाजी करता है रोड़ा अटकाता है नर्व सप्लाई में ,पैदा करता है एक रीढ़ सम्बन्धी दवाब (मेरु -डंडीय दवाब ,स्पाइनल स्ट्रेस ).

काइरो -प्रेक्टर इसी का पता लगा कर ,इस बाधा को दूर कर देता है रीढ़ समायोजन से ,रिएलाइनमेंट से ,तंत्रिका दवाब को हटाकर .बस काया फिर से सुचारू रूप प्रकार्य करने लगती है .रोग -रोधी क्षमता फिर से बढ़ जाती है .यकीन मानिए यह अति -श्योक्ति नहीं है ,बडबोला पन नहीं है यही सर्वोत्तम बचाव और सुरक्षा है सर्दी जुकाम से .

Case Studies 

There are numerous case histories of chronic cold and flu sufferers having less or no colds after chiropractic care .For example when spinal motion was restricted ,people tended to have more ear infections ,bronchitis and /or pneumonia. However ,if motion could be maintained or reestablished ,patients recovered without complications .

ज़ाहिर  है रीढ़ का  गति संचालन सीमित होना अनेक परेशानियों की वजह बनता है .रीढ़ के मुक्त गति संचालन में आई बाधा का निवारण होने पर फेफड़ों की गंभीर बीमारी तक जिसमें  सांस लेना भी दुश्वार हो जाता (न्युमोनिया )भी चली जाती है ,श्वसनी - शोथ (ब्रोंकाइटिस )भी ,कान का संक्रमण चाहे फिर वह बाहरी कान का हो या अंदरूनी कर्ण संक्रमण .सर्दी जुकाम की तो बिसात ही क्या पिद्दी न पिद्दी का शोरबा ,फेफड़ों के काम में बाधा डालने वाली गंभीर और दीर्घकालिक बीमारी क्रोनिक ओब्सट्रकतिव पल्मोनरी डिजीज  भी भाग खड़ी होतीं हैं .

In another study ,92 %patients with chronic obstructive pulmonary disease had improvement of their respiratory symptoms after spinal care.  

Influenza(फ्लू )

जुकाम के साथ बुखार और बदन दर्द इसका आम लक्षण है .अलबत्ता कमर दर्द ,सिर दर्द ,पेशी और जोड़ों का दर्द भी रोग के उग्र होने पर लक्षणों में शुमार हो सकता है ,नाक  का  बहना  भी (रनिंग नोज़ )और कन्जेश्चन भी .गले की दुखन और बलगम से भी आप परेशान आ सकतें हैं .

उम्र दराज़ लोगों के लिए यह बड़ी मुसीबत बन सकता है खासकर वह बुजुर्ग जो कमज़ोर हैं ,रोग प्रति -रोधक शक्ति छीज रही है जिनकी ,इनके मामले में यही फ्लू बिगड़ के उग्र होके न्युमोनिया का रूप धर सकता है .इनके लिए यह फेफड़े की ठंड और संक्रमण घातक भी हो जाता है जानलेवा भी लेकिन हममें  से ज्यादातर के लिए फ्लू थोड़ा सा खिझा के चला भी जाता है .

Benefits Of Colds And Flu

Hipppocrates ,the"father "of medicine wrote:"Diseases are crises of purification , of toxic elimination .Symptoms are the natural defenses of the body .We call them diseases , but in fact they are the cure of diseases ."For example ,an elevated temperature is one of our body's defense mechanisms ,helping us destroy infection .Lowering a fever reduces this defense against disease.

ज़ाहिर  है  हमारी काया करामाती है स्वत : शोधन की क्षमता लिए हुए है .बीमारियाँ इस शोधन का रास्ता साफ करतीं हैं और बीमारियों के लक्षण काया के कुदरती बचावी सुरक्षा कवच हैं .दवाएं इसमें व्यवधान खड़ा करतीं हैं .

सौदेश्य होतें हैं अल्पकालिक रोग संक्रमण 

Acute infectious diseases serve a purpose . In one study ,researchers found that  a history of common colds or influenza was associated with a decreased cancer risk of the stomach ,colon ,rectum ,breast and ovary .

अध्ययन  में देखने में आया जो लोग आम सर्दी जुकाम और इन्फ़्ल्युएन्ज़ा का पूर्व -वृतान्त लिए हुए थे ,उनमें आमाशय ,बड़ी आंत ,स्तन और मलद्वार के  कैंसर का ख़तरा घटा हुआ रहा .

सुनो अफ़साना -ए -फ्ल्यू -वेक्सीन का 

१९७६ में स्वाइन फ्ल्यू के बड़े पैमाने पर जन साधारण को टीके लगाए गए नतीज़न एक ख़ास किस्म की अपाहिजी (लकवा )"Guillain -Barre -paralysis के ५६५ मामले इसी दरमियान सामने आये ,एक अनुमान के मुताबिक़ तकरीबन और कमसे कम  ३०  उम्र दराज़ व्यक्ति इस टीकाकरण अभियान में अपनी जान से ही हाथ धौ बैठे .

जन साधारण पहली मर्तबा फ्ल्यू के टीकों से सावधान हुआ .इनके खतरनाक अवांछित प्रभावों का उसने नोटिस लिया .

एक फ्ल्यू रिसर्चर ने इस बाबत क्या कहा सुनिए उनकी ही जुबानी -

"J .Anthony Morris ,PhD, Flu researcher for the FDA reported : "There is nothing based upon either epidemiology or controlled experiments ,to show that influenza vaccine yields a benefit towards the recipient.        

The Flu Vaccine And Alzheimer's 

Hugh Fudenberg ,MD ,के  अनुसार वह व्यक्ति जिसे एक के बाद लगातार आते या होते हुए पांच टीके लग जातें हैं उसके लिए अलजाईमार्स के खतरे का वजन दस गुना बढ़ जाता है .

फ्लू टीके में मौजूद एल्युमिनियम और मरकरी (पारा ,पारद )जैसी धातुएं (कई बचपन में लगे टीके भी ) हमारे दिमाग में इकठ्ठा होकर यह क्षति पहुंचातीं हैं .

क्या इसीलिए अल्जाइमार्स के अब से आइन्दा चार गुना बढ़ने की आशंका जतलाई गई है ?

FluMist(TM)

इस टीके के ज़रिये एक से लेकर दस करोड़ तक विषाणु कणिकाएं आपके नथुनों में झोंक दी जातीं हैं .

Between 10million and 100 million viral particles are forcefully injected into the nostrils with the new FluMist vaccine.

जय ट्रेड मार्क (TM)FluMist.

Sherry Tenpenny ,DO क्या कहतें हैं इस बाबत जानिये उनके ही शब्दों में -

"One of the most troubling concerns over the injection of this 'chemical soup" is the potential for the viruses to enter directly into the brain ......"

संभाव्य है इस रासायनिक सत का हमारे दिमाग तक घात लगाके पहुँच जाना .(ब्लड ब्रेन बेरियर के पार ).

इस रासायनिक सूप की पार्श्व प्रभावों ,अवांछित परिणामों में शरीक कर लीजिए -

काफ (खांसी की बीमारी ),नाक का बहना ,नाक में रुकाव ,नासिका संकुलता (नेज़ल कन्जेश्चन ),चिडचिड़ा -पन ,सिर दर्द ,ठंड लगना ,पेशीय पीड़ा और ज्वर (बुखार ,टेम्प्रेचर )१०० F से ऊपर .

Sounds     like the flu ,doesn't it ?और क्या चाहिए फ्ल्यू हो गया आपको टीका लगने के बाद ,बोनस रूप में मिले अन्य परिणाम .

सारांश 

आपके मेरु स्तम्भ (स्पाइनल  कोलम  ) का VS से आज़ाद रहना ,मुक्त रहना, संभावित Vertebral subluxations से आपकी काया में छिपे प्रकृति प्रदत्त हेल्थ प्रदाता ,स्वास्थ्य सेवी का ,कुदरती स्वास्थ्य लाभ मुहैया करवाने वाले जन्म जात हीलर का सक्रीय हो जाना है .यह आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता को बढा देता है .

Spinal care could make the difference between a quick recovery and a lingering illness -even between life and death .

सर्दी -जुकाम  ,फ्ल्यू से बचाव के लिए भी काइरोप्रेक्टिक 

7 टिप्‍पणियां:

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

Achchi Jankari Mil Rahi hai....

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

रोचक पोस्ट..

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

सुन्दर जानकारी मिली, वीरू भाई की पोस्ट
सभी जन जानकारी पायें,लाभ उठाये दोस्त,,,,

RECENT POST ...: जिला अनुपपुर अपना,,,

babanpandey ने कहा…

ab अब फ्लू की हो जायेगी छुट्टी

अशोक सलूजा ने कहा…

वीरू भाई राम-राम !
भला करने वाले ..भलाई किये जा
वीरू भाई सब की दुआएँ लिय जा ....
शुभकामनायें|

कुमार राधारमण ने कहा…

इस बारे में जितनी ज्यादा जानकारी शेयर की जा सके,अच्छा है।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

रीड से कितने इलाज जुड़े हैं ...
जानकारी का शुक्रिया ... राम राम जी ...