सोमवार, 4 मई 2015

यूं राजनीति में सभी भिखारी तो होते हैं पर ४२ साल का बच्चा होने का अपना ही सुख है

राजनीतिक महत्व के अलावा सोशल साइट्स का अपना सामाजिक महत्व भी है। इससे आदमी के स्वभाव और बौद्धिक स्तर का खूब पता लगता है। एक दो दिन पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया था कि श्रीमान  राहुल गांधी ४२ साल के बच्चे हैं,और अक्सर एक रूठे हुए बच्चे की तरह व्यवहार करने लगते हैं। पर भगवान जाने चाटुकार  कांग्रेसी किस मिट्टी के बने हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने तो बच्चा कहकर राहुल गांधी के बाल स्वभाव की एक प्रकार से प्रशंसा भी की थी। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे कैप्टन अजय सिंह को लगा कि इससे पहले कोई और कांग्रेसी अपनी प्रतिक्रिया दे तो उन्होंने हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर व्यक्तिगत अशोभनीय टिप्पणी की कि वह तो भिखारी जैसा लगता है साथ में यह भी लिखा कि वह तो बेवक़ूफ़ आदमी है। उस भिखारी को मांगे गए सिक्कों के साथ तत्काल स्नान कर लेने की ज़रुरत है। 

इससे पहले विज ने ट्वीट करके क्या कहा है लोग तो इस बात पर हैरान हो रहे हैं कि कांग्रेसी चाटुकारिता का अवसर निकाल ही लेते हैं। श्रीमती सोनिया और राहुल को प्रसन्न करने के लिए वे अपनी सहज प्रतिक्रिया खो बैठे। जिस राजनीतिक विनोद को हल्के  में लिया जा सकता था उसे चाटुकार कैप्टन अजय सिंह ने अपने कांग्रेसी स्वभाव संस्कार के अंतर्गत एक गंभीर मुद्दा बना लिया है। और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री के रूपाकार पर टिप्पणी करते हुए उन्हें भिखारी कह दिया है। 

यूं राजनीति में सभी भिखारी तो होते हैं पर ४२ साल का बच्चा होने का अपना ही सुख है। कुछ लोग उन्हें ४४ का भी कह रहे हैं। ये तो पूंछ हिलाने वाले कांग्रेसी चाटुकार ही बतला सकते हैं कि उनके मालिक की सही उम्र क्या है। शायद इसी पूंछ  हिलाने को लक्षित करके हुए विज ने ट्वीट कर हलचल मचा दी है कि यदि कोई कुत्ता किसी आदमी को काट जाए तो ज़रूरी नहीं कि हिसाब तभी बराबर होगा जब आदमी भी कुत्ते को काटे। अब इस पर चाटुकार कांग्रेसी चिरकुटों का क्या कहना है ?

क्या अब वो हिसाब बराबर करेंगे ?हमारा तो अच्छे भले दिखने वाले इन कांग्रेसियों से यही कहना है कि ये चाटुकारिता बंद करो ,विदेशी तलुवे हैं तो क्या हुआ। 

1 टिप्पणी:

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

मानसिक गुलामी जल्दी से नहीं जाती सर जी। बड़ी समस्या है।